मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से Sadhvi Reena Raghuvanshi गिरफ्तार, राम मंदिर के नाम पर जमा 90 लाख रुपए हड़पने का है आरोप
Sadhvi Reena Raghuvanshi Arrested: रीना रघुवंशी को लोग साध्वी लक्ष्मीदास के नाम से भी जानते हैं। नर्मदापुरम जिले के चांदपुर गांव से उसकी गिरफ्तारी हुई है। रीना पर इससे पहले भी केस चला था। तब उसने वादा किया था कि वह 90 लाख रुपए जमा कर देगी। इससे उसे जमानत मिल गई थी।
Publish Date: Tue, 22 Jul 2025 01:34:05 PM (IST)
Updated Date: Tue, 22 Jul 2025 02:57:51 PM (IST)
रीना रघुवंशी फाइल फोटोHighLights
- साध्वी रीना पर रघुवंशी समाज ने सभी रखा था इनाम
- 90 लाख के फर्जीवाड़े में भाई हर्ष रघुवंशी भी आरोपी
- बैंक अकाउंट से जुड़वा लिया था अपना मोबाइल नंबर
नईदुनिया, छिंदवाड़ा। 90 लाख की ठगी की आरोपी साध्वी रीना रघुवंशी (Sadhvi Reena Raghuvanshi) को चौरई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रीना पर कनकबिहारी बाबा के खाते से फर्जी तरीके से रकम उड़ाने का केस दर्ज हुआ था। उसे नर्मदापुरम से सोमवार रात गिरफ्तार किया गया है।
सूचना मिलने पर मंगलवार दोपहर को रघुवंशी समाज के लोग थाने में पहुंचे। मामला चौरई के कनकधाम नोनी बर्रा का है। साध्वी ने फर्जीवाड़ा कर बिना सूचना के पैसे निकले थे। यह राशि राम मंदिर निर्माण के लिए जुटाई गई थी।
पुलिस को लगातार चमका दिया, कानून का सहारा भी लिया
- रीना रघुवंशी ने चालाकी से गुरु महंत कनक बिहारी दास के बैंक अकाउंट से अपना मोबाइल नंबर जुड़वा लिया था। इसी खाते में राम मंदिर के लिए आया चंदा जमा था। रीना ने अपने भाई हर्ष के साथ मिलकर पैसे हड़प लिए।
- जब पोल और खुली और मामला पुलिस में गया तो अग्रिम जमानत याचिका दायर की। याचिका में कहा गया कि वह 90 लाख रुपए लौटा देगी। इस पर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने जमानत दे दी।
- बाद में राशि नहीं लौटाई और फरार हो गई। पुलिस ने फिर शिकंजा कसने की कोशिश की, तो फिर अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई। इस बार हाई कोर्ट ने अग्रिम जमानत से इनकार कर दिया।
- इसके बाद से पुलिस को तलाश थी। अभी रीना रघुवंशी नर्मदापुरम जिले के चांदपुर गांव के भैरवनाथ मंदिर से छिपी हुई थी। पुलिस ने वहीं से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर रघुवंशी समाज के लोग जमा हो गए।
गिरफ्तारी में समाज ने निभाई अहम भूमिका
रीना रघुवंशी और उनके भाई की गिरफ्तारी में रघुवंशी समाज ने अहम भूमिका निभाई। समाज के लोगों ने न केवल दोनों की लोकेशन की जानकारी पुलिस को दी, बल्कि एक लाख रुपए का इनाम भी रखा।