तामिया (नवदुनिया न्यूज) श्रावण मास के शुभारंभ से ही भगवान शिव को प्रसन्ना करने कालों के काल महाकाल के पूजन का विशेष महत्व माना जाता है। हर दिन रूद्राभिषेक का आयोजन हो रहा है। सावन में लगातार धार्मिक आयोजनों का सिलसिला जारी है। भारतीय स्टेट बैंक शाखा, तामिया के सामने हनुमान मंदिर में एक माह का शिवार्चन रूद्राभिषेक का आयोजन नवदुर्गा सेवा परिवार अलख परिवार के तत्वावधान में हो रहा है। मां नवदुर्गा सेवा परिवार अलख परिवार के संस्थापक सूर्यकांत तिवारी, अलख महाराज देलाखारी ने बताया कि वाराणसी उत्तरप्रदेश में अध्ययनरत पंडित रूद्रकांत तिवारी वैदिक मंत्रोपचार द्वारा षोडशोपचार पूजन एंव रूद्राभिषेक करा रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते शारिरिक दूरी, मास्क के साथ क्षेत्र के समस्त शिव भक्त शामिल हो रहे हैं।
जगह, जगह हो रहा रूद्राभिषेक
श्रावण मास में भगवान शिव को प्रसन्ना करने यह पूजन किया जाता है। मुख्यामार्ग में व्यापारी कमलेश साहू सुमेर पहाड़े सहित अन्य श्रृद्धालुगण अभिषेक कर रहे हैं। वहीं तुलतुला मंदिर में प्रतिदिन रूद्राभिषेक जारी है। मीठी गली में भागचंद साहू के निवास पर प्रतिदिन रूद्राभिषेक जारी है। पंडित प्रीतम चौबे ने बताया कि भगवान शिव की महिमा अपरंपार है। स्कंदपुराण के अवंती खंड में, शिव पुराण (ज्ञान संहिता अध्याय 38), वराह पुराण, रुद्रयामल तंत्र, शिव महापुराण की विद्येश्वर संहिता के तेइसवें अध्याय तथा रुद्रसंहिता के चौदहवें अध्याय में भगवान महाकाल की अर्चना, महिमा व विधान आदि का विस्तृत वर्णन किया गया है। मृत्युंजय महाकाल की आराधना का मृत्यु शैया पर पड़े व्यक्ति को बचाने में विशेष महत्व है। खासकर तब जब व्यक्ति अकाल मृत्यु का शिकार होने वाला हो। इसके लिए एक विशेष जाप से भगवान महाकाल का लक्षार्चन अभिषेक किया जाता है। मुख्य मार्ग में सतपुड़ा इंटरेप्राइसस के पास शिव मंदिर में श्रावण मास में प्रतिदिन रूद्रभिषेक के बाद पूर्णाहूति पश्चात भव्य भंडारे का आयोजन किया गया।