छिंदवाड़ा। कोरोना संक्रमण की मार का असर राज्य सरकार के खजाने पर लगातार पड़ा है। सरकार को राजस्व दिलाने वाले विभाग इन दिनों तय लक्ष्य से काफी दूर बना हुआ है। परिवहन विभाग ने कोरोना काल के पहले 88 करोड़ रुपये का टैक्स वसूलकर शासन का खजाना भरा था वहीं अब कोरोना के बाद विभाग के राजस्व में तेजी नहीं आई है। इस वर्ष परिवहन विभाग को 85 करोड़ राजस्व का लक्ष्य मिला है, जबकि अब तक विभाग 32 करोड़ रुपये भर वसूल पाया है। विभाग को तय लक्ष्य पाने के लिए इस वित्तीय वर्ष के बचे हुए पांच माह में 53 करोड़ रुपये का राजस्व वसूलना होगा जो कि विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। कोरोना काल से उबरने के बाद जैसे तैसे जीवन पटरी पर लौटा है तो विभाग से अच्छे राजस्व की उम्मीद की जा रही है लेकिन राजस्व की गति अभी धीमी है। पिछले वर्ष परिवहन विभाग को बसों के टैक्स की छूट के कारण राजस्व नहीं मिला था जिसके कारण विभाग ने पुराने टैक्स की वसूली पर ज्यादा ध्यान दिया तथा राजस्व वसूला था।
अप्रैल में लगा लाकडाउन, नहीं आया राजस्वः इस वर्ष भी जिले वासियों ने लाकडाउन का सामना करना पड़ा था। अप्रैल व मई में लाकडाउन के कारण परिवहन विभाग को टैक्स नहीं मिल पाया था इसके साथ ही बसों के असंचालन के लिए बस संचालकों ने आरटीओ कार्यालय में पत्र जमा कर दिया था। इन दो माह में विभाग को राजस्व नहीं मिला है इसके साथ ही स्कूल बसों के बंद होने से वहां से भी राजस्व नहीं मिला। उम्मीद जताई जा रही थी कि इसके बाद राजस्व में बढ़ोत्तरी होगी, लेकिन उस हिसाब से बढ़ोत्तरी दर्ज नहीं की जा रही है।
कमर्शियल वाहनों व स्कूल बसों से आता है राजस्वः जिले मे स्कूल बस व यात्री बसों का संचालन लगातार प्रभावित रहा है जिसके कारण परिवहन विभाग का खजाना लगातार खाली है। यात्री बसों व स्कूल बसों में तीन माह का टैक्स व परमिट जारी किया जाता है जिससे विभाग की आमदनी होती है। कोरोना के कारण राजस्व लगातार प्रभावित हो रहा हैं, स्कूल बसों व यात्री बसों का नियमित रूप से संचालन के बाद अब राजस्व की बढ़ोत्तरी होगी।
वर्जन
विभाग का इस वर्ष का राजस्व लक्ष्य 85.33 करोड़ मिला है जिसके मुकाबले अब तक 31.64 करोड़ रुपये प्राप्त हुए है। अप्रैल में लाकडाउन के कारण राजस्व नहीं मिल पाया था उसके बाद लाकडाउन खुलने के बाद विभाग लगातार कार्रवाई में जुट गया तथा राजस्व वसूलने में लग गया। वर्तमान में जिले में लगातार वाहनों की जांच कर बकाया राजस्व वाहनों से वसूला जा रहा है। अन्य प्रदेशों के वाहन जिले में चल रहे है ऐसे वाहनों से टैक्स वसूली भी की जा रही है।
निशा चौहान, एआरटीओ, छिंदवाड़ा।