
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अगर आप भी ठंडी हवाओं के बीच किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं, जहां प्रकृति की गोद में सुकून और शांति मिले, तो मध्यप्रदेश का छिंदवाड़ा जिला आपके लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं। हरियाली से ढके पहाड़, झरनों की मधुर कल-कल आवाज और आदिवासी संस्कृति का संगम इस जगह को सर्दियों के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन बनाता है।

पातालकोट घाटी (Patalkot Valley) – छिंदवाड़ा की पहचान मानी जाने वाली पातालकोट घाटी करीब 1200 फीट गहरी है। ऊपर से देखने पर इसका आकार किसी घोड़े की नाल जैसा लगता है। सर्दियों की सुबह यहां हल्की धुंध और सूरज की सुनहरी किरणें घाटी को किसी सपनों की दुनिया में बदल देती हैं। इसकी शांति और प्राकृतिक सुंदरता हर सैलानी को बार-बार यहां लौटने पर मजबूर कर देती है।

अनहोनी गांव (Anhoni village) – यह स्थान अपने रहस्यमयी गर्म पानी के कुंड के लिए प्रसिद्ध है। ठंड के मौसम में भी यहां पानी खौलता रहता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह कुंड देवी की शक्ति से जुड़ा है और इसका पानी त्वचा संबंधी रोगों को ठीक करता है। सर्द हवाओं के बीच कुंड से उठती भाप इसे और भी रहस्यमय और आकर्षक बना देती है।
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देवगढ़ किला (Devgarh Fort) – छिंदवाड़ा शहर से करीब 24 किलोमीटर दूर स्थित यह ऐतिहासिक किला घने जंगलों और ऊंची पहाड़ियों के बीच बसा है। यहां से सूर्योदय का दृश्य बेहद मोहक दिखाई देता है। किले की दीवारों में गौंड साम्राज्य और मुगलकालीन वास्तुकला की झलक देखने को मिलती है, जो इतिहास प्रेमियों को खासा आकर्षित करती है।

कुकड़ी खापा वाटरफॉल (Kukdi Khapa Waterfall) – सर्दियों में यह झरना अपनी पूरी खूबसूरती में निखर आता है। लगभग 60 फीट ऊंचाई से सिलेवानी पर्वत से गिरता यह झरना आंखों को सुकून देने वाला नजारा पेश करता है। जब ठंडी हवाओं के बीच इसकी बौछारें चेहरे को छूती हैं, तो सर्दियों का आनंद दोगुना हो जाता है। सुबह की धूप जब पानी पर पड़ती है, तो यह दृश्य किसी चित्र जैसा सुंदर दिखता है।

छोटा महादेव गुफा (Chhota Mahadev Cave) – पहाड़ियों के बीच स्थित यह गुफा भगवान शिव को समर्पित है। यहां का शांत वातावरण, ठंडी नमी और घंटियों की मधुर ध्वनि एक दिव्य अनुभव प्रदान करते हैं। धार्मिक आस्था के साथ-साथ यह जगह प्राकृतिक सौंदर्य से भी भरपूर है।

पेंच टाइगर रिजर्व (Pench Tiger Reserve) – छिंदवाड़ा से लगभग दो घंटे की दूरी पर स्थित यह रिजर्व सर्दियों में रोमांच प्रेमियों के लिए स्वर्ग साबित होता है। सतपुड़ा की पहाड़ियों और पेंच नदी के किनारे फैला यह जंगल बाघ, हिरण और दुर्लभ पक्षियों का घर है। सुबह के समय कोहरे से ढके पेड़ों के बीच से छनकर आती धूप का दृश्य किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगता।