नईदुनिया प्रतिनिधि, दमोह। लोकसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आज आ रहा है वैसे ही राजनीतिक दलों में सरगर्मी तेज हो गई है। इसी क्रम में आचार संहिता लागू होने के पूर्व ही भाजपा द्वारा अपनी पहली सूची जारी कर दी गई है। इसमें दमोह लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
अनेक दावेदार थे इस बार
उल्लेखनीय है कि दमोह लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में अनेक दावेदार सामने आ रहे थे। लेकिन वर्ष 2018 में कांग्रेस से दमोह विधानसभा क्षेत्र से राहुल सिंह लोधी के विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने विधायक एवं कांग्रेस की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। इसके उपरांत हुए उपचुनाव में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन से पराजय का सामना करना पड़ा था। लेकिन प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उन्हें मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग कारपोरेशन का अध्यक्ष बनाते हुए कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था। जिसके उपरांत लगातार ही वह सक्रियता के साथ क्षेत्र में काम कर रहे थे।
विधानसभा चुनाव में नहीं मिला था टिकट
वहीं वर्ष 2023 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भी वह दमोह विधानसभा से भाजपा के सशक्त उम्मीदवार थे, लेकिन उन्हें टिकट न मिलते हुए दमोह से पूर्व मंत्री जयंत मलैया को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था। जिसके उपरांत उन्हें टिकट से वंचित रखते हुए दमोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के दौरान यह आश्वस्त किया गया था कि लोकसभा में आप ही भाजपा के प्रत्याशी होंगे और इसी का परिणाम है कि उन्हें अपनी ईमानदारी का परिचय का फल देते हुए भाजपा ने पहले ही सूची में दमोह संसदीय क्षेत्र से अपना प्रत्याशी घोषित किया।
लोधी बाहुल्य क्षेत्र में 35 वर्षों से भाजपा का दबदबा
दमोह संसदीय क्षेत्र लोधी बाहुल्य क्षेत्र होने के साथ-साथ 35 वर्षों से लगातार भाजपा इस संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतती आ रही है और वर्तमान परिवेश में तो ऐसी स्थिति है कि भाजपा प्रत्याशी बनना ही उसकी जीत सुनिश्चित होना ही तय मानी जा रही है और अब तो लोगों के मन में यह तय हो गया है।
पटेल ने दिया त्यागपत्र, लड़े विधानसभा चुनाव
यही कारण है कि इस बार भाजपा प्रत्याशी के लिए काफी लंबी लाइन लगी हुई थी, लेकिन पूर्व में वर्तमान मध्य प्रदेश शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल दमोह संसदीय क्षेत्र से सांसद रहते हुए केंद्रीय मंत्री थे, लेकिन उनके त्यागपत्र देने के उपरांत नरसिंहपुर से विधानसभा चुनाव लड़ते हुए उन्हें मध्य प्रदेश शासन में मंत्री बनाया गया है।
तय था नया प्रत्याशी मैदान में होगा
इससे यह तय हो गया था कि अब दमोह संसदीय क्षेत्र से किसी नए प्रत्याशी को ही मैदान में उतारा जाएगा और इसी का परिणाम हुआ कि इस लंबी लड़ाई में राहुल सिंह लोधी की ही जीत हुई और भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया। जबकि दमोह संसदीय क्षेत्र से डॉ सुधा मलैया, अभिषेक भार्गव दीपू, प्रीतम सिंह लोधी, दशरथ सिंह लोधी, रामलाल पटेल, सोमेश चौरसिया, राघवेंद्र सिंह लोधी सहित अनेक दावेदार मैदान में थे, लेकिन इन सब के बीच राहुल सिंह लोधी पर भाजपा ने विश्वास जताते हुए उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया।