
नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा। दमुआ में हुए सनसनीखेज अंधे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने घटना के 24 घंटे के भीतर कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में दो आरोपितो को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाबालिग (विधि उल्लंघनकर्ता बालक) और पूनाराम धुर्वे शामिल है। हत्या का कारण शराब पीने के दौरान गाली-गलौज और विवाद को बताया गया है।
बीते 28 अक्टूबर को मृतक हंसलाल पंद्राम के रिश्तेदार मंजूलाल उईके ने दमुआ थाने में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मृतक हंसलाल पंदाम (उम्र 30 ) निवासी चिमनीढाना नन्दौरा 27 अक्टूबर को परिवार के साथ ग्राम मांडई में मढ़ई मेला देखने गया था, लेकिन शाम 7 बजे घर लौटने के दौरान वह नहीं मिला। स्वजनों को बच्चों से पता चला कि वह मांडई गांव से ही किसी मोटरसाइकिल वाले के साथ गया है।
मंगलवार की सुबह चाचा गनपत उईके ने फोन पर बताया कि दमुआ में चीर घर के पास हंसलाल का शव पड़ा है। मृतक की गर्दन धारदार हथियार से कटी हुई थी। दमुआ थाने में अप. क्र. 224/25 धारा 103(1) बीएनएस (पुरानी धारा 302 आईपीसी ) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक अजय पाण्डे के निर्देशन और एएसपी आशीष खरे के मार्गदर्शन में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।एसडीओपी जुन्नारदेव सुनील वरकड़े के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद सिरसाम ने टीम गठित की। वैज्ञानिक साक्ष्यों और मुखबिर सूचना के आधार पर आरोपियों पूनाराम धुर्वे और एक विधि उल्लंघनकर्ता बालक को डोडासेमर थाना नवेगांव के पहाड़ के नीचे जंगल में नाले के पास से घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 27 अक्टूबर को रात करीब 8 बजे तीनों ने मृतक हंसलाल पंद्राम के साथ भैंसासुर रोड के पास एक सुनसान टेकरी पर बैठकर शराब पी।इस दौरान मृतक हंसलाल ने नाबालिग आरोपी को गंदी-गंदी गाली देकर अपशब्द कहे और उस पर चाकू से हमला कर दिया। चाकू नाबालिग के हाथ में लगा।
नाबालिग ने मृतक से चाकू छीनकर वापस हंसलाल के गले में कई बार वार किया। जब हंसलाल नीचे गिर गया, तो आरोपी पूनाराम धुर्वे ने मृतक के बगल में बैठकर चाकू से अनेकों बार गले में वार किया, जिससे हंसलाल की मौके पर ही मृत्यु हो गई। शव को छिपाने के उद्देश्य से दोनों ने पास के सागौन के पेड़ के पास खींचकर रख दिया था।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू, पल्सर मोटरसाइकिल, खून लगे कपड़े और मोबाईल फोन जब्त किए हैं। दोनों गिरफ्तार आरोपियों (पूनाराम धुर्वे और विधि विरुद्ध बालक) को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाता है।इस सफल कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद सिरसाम सहित उनि खोलन सिंह करिहार, सउनि शैलेषसिंह ठाकुर और अन्य पुलिस टीम का विशेष योगदान रहा।
