दमोह,नईदुनिया प्रतिनिधि। जाको राखे साइयां मार सके न कोय यह कहावत दमोह में उस समय चरितार्थ हो गई जब एक बुजुर्ग चलती ट्रेन से नीचे गिर गया और उससे सटकर सात बोगियां निकल गईं। यह नजारा देखने वाले लोग भी हैरान रह गए कि यह कोई अचंभे से कम नहीं है। इसके बाद घायल बुजुर्ग को आरपीएफ ने उठाया और इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बुजुर्ग की हालत खतरे से बाह है। यह हादसा बुधवार सुबह दमोह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक दो पर हुआ।
दमोह से कटनी जा रहा था बुजुर्ग
कटनी निवासी बुजुर्ग अशोक बुधवार सुबह करीब नौ बजे दमोह से कटनी जाने के लिए दमोह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक दो पर पहुंचा था। कुछ ही देर में इंदौर-हावड़ा क्षिप्रा एक्सप्रेस पहुंची, जिसके जनरल डिब्बे में बुजुर्ग ने चढ़ने का प्रयास किया। इसी दौरान ट्रेन चलने लगी, जिससे बुजुर्ग चलती ट्रेन से नीचे गिर गया। हालांकि तभी ट्रेन में सवार किसी यात्री ने उसका हाथ पकड़कर ट्रेन में चढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन उसका संतुलन बिगड़ गया और हाथ छूट गया और वह सीधा प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच गिर गया। उस दौरान ट्रेन की स्पीड कम थी, लेकिन सात डिब्बे उसे छूते हुए निकल गए।
गनीमत रही कि इस दौरान बुजुर्ग प्लेटफार्म की दीवार वाले हिस्से से चिपका रहा और ट्रेन के डिब्बे उसे छूते हुए आगे बढ़ गए। आसपास मौजूद लोगों ने इस घटनाक्रम को अपनी आंखों से देखा। यहां मौजूद आरपीएफ ने ट्रेन निकल जाने के बाद बुजुर्ग को वहां से उठाया और सीधे अस्पताल लेकर पहुंचे। घायल अशोक ने बताया कि वह दमोह से अपने घर कटनी जा रहा था। ट्रेन में चढ़ते समय उसका संतुलन बिगड़ा और वह ट्रेन के नीचे आ गया। ट्रेन निकल जाने के बाद लोगों ने उसे प्लेटफार्म पर खींचा ।
जान भी जा सकती थी
दमोह रेलवे स्टेशन के प्रबंधक जेएस मीणा ने बताया कि घटना सुबह करीब नौ बजे की है जब एक यात्री प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच गिर गया था। अच्छी खबर ये है कि उसे कोई चोंट नहीं आई। यदि जरा सी चूक हो जाती या बुजुर्ग प्लेटफार्म से नहीं चिपकता, तो ट्रेन की चपेट में आकर उसकी जान भी जा सकती थी।