घटेरा नईदुनिया न्यूज। तीसरी रेलवे लाइन का विस्तारीकरण का कार्य पूर्ण होते ही कटनी-बीना रेलवे स्टेशन के छोटे-छोटे रेलवे स्टेशन से पैसेंजर ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों को अनेक सुविधाओं का लाभ मिलने लगेगा लेकिन वर्तमान में जिन स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज की सुविधा नहीं है। ऐसे रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को आए दिन जान जोखिम में डालकर यात्रा करने के लिए विवश होना पड़ता है।
ऐसा ही मामला रेलवे स्टेशन सागोनी का है। कटनी-बीना रेल सेक्शन के रेलवे स्टेशन सागोनी में सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस स्टेशन में मात्र तीन प्लेटफार्म है। प्लेटफार्म क्रमांक 1 और 2 के बीच अप रूट की लूप लाइन, मील लाइन व डाउन रूट की मील लाइन होने के कारण की यात्रियों को आए दिन जान जोखिम में डालकर यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यदि कोई मालगाड़ी कुछ दिनों के लिए खड़ी हो जाए तो पैसेंजर ट्रेनों के आने के समय यात्रियों को व एक ओर से दूसरी ओर जाने वाले ग्रामीणों को कई दिनों तक खड़ी मालगाड़ी के नीचे से निकलने के लिए विवश होना पड़ता है। कई बार मालगाड़ी के नीचे से निकलते वक्त यात्री व ग्रामीण घायल हो जाते हैं। भले ही रेलवे स्टेशन सागोनी में प्लेटफार्म की ऊंचाई, फुटओवर ब्रिज सहित अन्य निर्माण कार्य तीसरी रेलवे लाइन के विस्तारीकरण के तहत कराए जा रहे हों जिसका फायदा आने वाले समय में यात्रियों को मिलेगा, लेकिन वर्तमान में ऐसा नहीं है। बुधवार सुबह देखा गया कि सागोनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक की अप रूट की लूप लाइन पर मालगाड़ी खड़ी हुई थी। जिससे बिलासपुर-भोपाल पैसेंजर ट्रेन को अप रूट की मील लाइन पर आ रही थी। प्लेटफार्म एक पर बैठे यात्रियों को खड़ी मालगाड़ी के नीचे से निकलना पड़ा। ऐसी स्थिति में यदि दमोह से कटनी की ओर जाने वाली कोई मालगाड़ी या सुपरफास्ट ट्रेन डाउन रूट के मील लाइन पर आ जाए तो यात्रियों की जरा सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है।