Damoh News : नईदुनिया प्रतिनिधि, दमोह। अभी तक कहावत थी कि सैया भये कोतवाल तो अब डर काहे का लेकिन वर्तमान में दमोह के देहात थाना अंतर्गत सागर नाका चौकी में यह कहावत चरितार्थ हो रही है कि पत्नी भई कोतवाल तो अब डर काहे का। इसी की तर्ज पर सागर नाका चौकी प्रभारी उप निरीक्षक के निलंबित पति उपनिरीक्षक द्वारा समूची चौकी का संचालन किया जा रहा है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक से लेकर पुलिस महानिदेशक तक अनेक पीड़ितों ने शिकायत भी दर्ज कराई है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने शीघ्र ही कार्रवाई की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि दमोह देहात थाना अंतर्गत सागर नाका चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक बिंदेश्वरी कुर्मी के पति जब जिले के मडियादो थाना प्रभारी थे उस समय एक लेनदेन के मामले में लोकायुक्त द्वारा की गई कार्रवाई उपरांत उन्हें चालान प्रस्तुत होने के बाद निलंबित कर दिया था। जिसके बाद से वह लगातार ही निलंबित होकर रक्षित केंद्र में पदस्थ हैं, लेकिन इसी बीच उन्होंने अपनी उपनरीक्षक पत्नी बिंदेश्वरी कुर्मी का भी दमोह स्थानांतरण करा लिया था। जिस पर उनकी पदस्थापना कोतवाली में हुई थी। कोतवाली में पदस्थापना के दौरान उनके द्वारा जितने भी मामलों में कार्रवाई के किये डायरी मिली उनमें ना तो जांच की गई और ना ही ठोस पूर्ण कोई कार्रवाई की गई। इसी कारण से पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हें कई नोटिस एवं अपूर्ण कार्रवाई के संबंध में जवाब प्रस्तुत करने की कार्रवाई की जा रही है।
इसी बीच तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी द्वारा उन्हें सागर नाका चौकी प्रभारी बना दिया गया। जब से वह सागर नाका चौकी प्रभारी बनी है, तभी से सागर नाका चौकी में उनके निलंबित उप निरीक्षक पति अभिषेक पटेल द्वारा समूची चौकी का संचालन किया जा रहा है। पिछले दो माह पूर्व ही एक जुआ फड़ में छापा मारने की कार्रवाई के दौरान भी उनकी काफी संदिग्ध भूमिका रही थी। जिस पर जुआ खेलने वाले कुछ जुआरियो ने भी इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी कि चौकी प्रभारी के पति द्वारा उनकी राशि छीन ली गई। उस दौरान भी उनकी शिकायत पर किसी भी प्रकार का कोई कार्रवाई नहीं की गई।
हाल ही में अभी पिछले सप्ताह हुई छह तोला सोने की संदिग्ध लूट के मामले में भी पीड़ित शिवम ठाकुर द्वारा के साथ की गई निलंबित उप निरीक्षक अभिषेक पटेल द्वारा मारपीट एवं धमकी दिये जाने वाली शिकायत भी पीड़ित ने पुलिस महानिदेशक से लेकर पुलिस अधीक्षक तक की है, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने भी जांच के निर्देश दिए है। चौकी में पदस्थ कुछ पुलिसकर्मियों ने भी बताया कि जब से मैडम चौकी प्रभारी बनी है तभी से उनके पति द्वारा सभी कार्यों में पूर्ण रूपेण दखलंदाजी की जाती है। यहां तक की कुछ मामलों में तो उन्हीं की राइटिंग में लिखा पड़ी भी देखी जा सकती है। इस बात की भी यदि जांच की जाए तो कई अनेक मामले ऐसे पकड़ में भी आ सकते है और चौकी में बैठकर ही वह समूची कार्रवाई का संचालन करते हैं।
इस मामले में शिकायत प्राप्त हुई हैं मैं जानकारी लेकर जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी।
श्रुतिकीर्ति सोमवंशी पुलिस अधीक्षक, दमोह