
नईदुनिया प्रतिनिधि, दतिया। दतिया के राजगढ़ चौराहे पर 23 अप्रैल 2003 को हुए सामूहिक हत्याकांड मामले में फरार चल रहे भाजपा नेता मुकेश यादव को कोतवाली पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से आरोपित को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इस मामले में अभी भी भांडेर जनपद अध्यक्ष का पति व भाजपा नेता विशंभर उर्फ बलदाऊ यादव फरार है। यह पकड़े गए आरोपित मुकेश यादव के रिश्तेदार भी है।
इस प्रकरण की पैरवी कर रहे लोक अभियोजक पंकज मिश्रा के मुताबिक, हत्याकांड की यह वारदात 23 अप्रैल 2003 की दोपहर डेढ़ बजे हुई थी। सतेंद्र सिंह बुंदेला उर्फ भैया राजा और उसके साथी पेशी से लौट रहे थे, तभी राजगढ़ चौराहे पर पहले से घात लगाए बैठे आरोपित हथियारों के साथ जीप के सामने आ गए और एक सैकड़ा से अधिक राउंड फायरिंग हुई। हमले में सतेन्द्र सिंह बुंदेला, राधाबल्लभ दांगी, मोजी तिवारी, धर्मेंद्र तिवारी की मौत हो गई थी, जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
दतिया में इस तरह का यह पहला मामला था।21 वर्ष से विचाराधीन हत्याकांड के मामले में विशेष न्यायाधीश राजेश भंडारी के न्यायालय ने 26 दिसंबर 2024 को फैसला सुनाया था। न्यायालय ने सात आरोपित को 11-11 बार आजीवन कारावास और दो आरोपितों को 10-10 साल सश्रम कारावास और जुर्माने से दंडित किया।
मामले में कुल 13 आरोपित थे, जिनमें पूर्व सरपंच महेश यादव, बलवीर सिंह यादव, अंतरसिंह यादव, मुन्ना यादव, बरजोर सिंह यादव, मुकेश टांडोरिया यादव, वनमाली यादव को हत्या का दोषी पाते हुए चार बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है।
इसके अलावा हत्या के प्रयास में सात बार अलग से आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। वहीं आरोपित दौलत सिंह यादव, राकेश यादव को अपराध में षड्यंत्र का दोषी पाते हुए 10-10 साल की सजा और जुर्माने से दंडित किया गया। फरार आरोपित मुकेश यादव की गिरफ्तारी अब हो गई है।
घटना से पहले मुख्य आरोपित महेश यादव के छोटे भाई सुरेश यादव उर्फ रानी की हत्या कर दी गई थी। सतेंद्र सिंह बुंदेला उर्फ भैया के अलावा उनके साथियों पर आरोप लगा था। अपने भाई सुरेश रानी की हत्या का बदला लेने के लिए आरोपितों ने इस सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया था।