
नईदुनिया प्रतिनिधि, दतिया। फुफेरा भाई गोविंदा मेरी पत्नी पर गलत नजर रखता था, इसलिए मैंने उसकी हत्या कर दी। यह खुलासा उस आरोपित ने किया, जिसने पांच साल पहले नौकरी दिलाने के बहाने युवक को इंदौर ले जाकर मौत के घाट उतार दिया था। पांच वर्षों से गुमशुदा युवक की गुत्थी बड़ौनी पुलिस ने सुलझा ली है। आरोपी हनुमंत रावत को पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि ग्राम घूघसी निवासी कमला रावत ने वर्ष 2023 में थाना बड़ौनी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका बेटा गोविंदा रावत वर्ष 2020 में अपने रिश्तेदार हनुमंत रावत के साथ नौकरी की तलाश में इंदौर गया था और फिर कभी वापस नहीं लौटा। पुलिस ने गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान थाना प्रभारी दिलीप समाधिया को सूचना मिली कि हनुमंत रावत इंदौर में अपने परिवार के साथ रह रहा है। टीम ने दबिश देकर आरोपित को पकड़ा और पूछताछ की। हनुमंत ने बताया कि दोनों इंदौर से भोपाल जिले के रायसेन स्थित खनपुरा में चावल फैक्ट्री में काम करने लगे थे। वहां गोविंदा उसकी पत्नी पर बुरी नजर रखता था, जिससे उसने हत्या की योजना बनाई।
जनवरी 2021 में हनुमंत ने पत्नी और बच्चों को बाजार भेजकर गोविंदा के साथ शराब पी। नशे की हालत में उसने गला दबाकर गोविंदा की हत्या कर दी और शव को मकान के लेट्रिंग गड्ढे में छिपाकर सीमेंट से बंद कर दिया।
बड़ौनी पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर रायसेन जिले में उस स्थान की खुदाई कराई, जहां से मानव कंकाल बरामद हुआ। जांच में पुष्टि होने पर आरोपी के खिलाफ हत्या और साक्ष्य मिटाने की धाराओं में मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया गया।