दतियाः घर-घर जाकर खिलाई जा रही फाइलेरिया की दवा
हाथी पांव या फाइलेरिया को लेकर आमजन को जागरूक कर दवा की खुराक खिलाई जा रही है। इसी क्रम में गत दिवस निरीक्षण दल ने नगर के वार्ड चार व 14 व ग्रामीण क्षेत्र में दलपतपुर तथा भर्रोली पहुंचकर दलों द्वारा घर-घर बांटी जा रही दवाई कार्य का का न केवल निरीक्षण किया। कई घरों में जाकर खुद भी लोगों को समझाइश देते हुए मौके
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Thu, 23 Sep 2021 09:01:47 PM (IST)
Updated Date: Thu, 23 Sep 2021 09:01:47 PM (IST)

भांडेर। नईदुनिया न्यूज
हाथी पांव या फाइलेरिया को लेकर आमजन को जागरूक कर दवा की खुराक खिलाई जा रही है। इसी क्रम में गत दिवस निरीक्षण दल ने नगर के वार्ड चार व 14 व ग्रामीण क्षेत्र में दलपतपुर तथा भर्रोली पहुंचकर दलों द्वारा घर-घर बांटी जा रही दवाई कार्य का का न केवल निरीक्षण किया। कई घरों में जाकर खुद भी लोगों को समझाइश देते हुए मौके पर दवा का सेवन कराया। फायलेरिया रोग क्यूलेक्स नामक मच्छर के काटने व धागे समान कृमि बाउकेरिया बेनक्रेफ्टाई मनुष्य की लिम्फ ग्रंथियों में एक से डेढ़ वर्ष के बीच विकसित होने से होता है, जिसे रोकने के लिए इन दिनों फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम भांडेर ब्लाक में भी चल रहा है। इसमें नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्त दल घर-घर जाकर लोगों को उम्र के अनुसार डीईसी की खुराक व एल्बेंडाजोल की एक खुराक दे रहे हैं।
निरीक्षण टीम के साथ मौजूद डिप्टी डायरेक्टर राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) भोपाल डॉ. संतोष जैन ने बताया कि डीईसी टैबलेट के सेवन से मनुष्य के शरीर में मौजूद फाइलेरिया के कृमि नष्ट हो जाते हैं, जिससे लाइलाज हाथीपांव रोग से बचा जा सकता है। इस अवसर पर डॉ.मंजीत, डॉ.पवन नेहरा, डॉ. राजेंद्र सोनी, लैब टेक्नीशियन भांडेर दिनेश यादव, चंदन सिंह दादोनिया आदि मौजूद रहे। ग्रामीण क्षेत्र में दवा का सेवन कराते टीम के सदस्य।