इंदरगढ़ । नईदुनिया न्यूज।
सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण धर्मग्रंथ श्रीरामचरितमानस सभी समस्याओं का एकमात्र समाधान है। इस धर्मग्रंथ के अध्ययन और अनुकरण से मनुष्य जीवन का कल्याण होता है तथा सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान मिलता है। यह विचार पंडित पुरुषोत्तम दास पचौरी पिंडारी ने नगर के अंदर बस्ती दांतरे निवास पर आयोजित सात दिवसीय रामचरितमानस सम्मेलन के समापन अवसर पर व्यक्त किए।
स्व.गिरधारी लाल दांतरे की स्मृति में आयोजित सात दिवसीय रामचरितमानस सम्मेलन के अंतिम दिन कथावाचक कपिल शर्मा ने कहाकि राजनीति से पहले रामनीति की जरुरत है। मानस में वर्णन मिलता है कि विश्व के दुर्दांत आतंकी रावण का नाश रामनीति से हुआ था। इसी प्रकार अन्य कई उदाहरण भी मानस के अध्ययन में प्राप्त होते हैं। वास्तव में मानस एक ऐसा अद्भुत ग्रंथ है जिसके अध्ययन अनुकरण से मनुष्य की सभी प्रकार की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं तथा उसके जीवन का कल्याण सुनिश्चित होता है। यह ग्रंथ मनुष्य को दिग्भ्रम और दिशाहीनता के माहौल से बाहर निकालने में सफलता देता है।
मानस सम्मेलन के अंतिम दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर विद्वानों के प्रवचन सुने। अंतिम दिवस की बेला में राजेश दांतरे ने श्रोताओं एवं विद्वानों का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर सभी विद्वान पंडितों को सम्मानित किया गया। मंच का संचालन शिक्षक अन्मेश गोस्वामी द्वारा किया गया। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र बुधौलिया, मंडल अध्यक्ष रामलखन सिंह गुर्जर, बांके बिहारी शर्मा, मुन्नाी दांतरे, कमलेश दांतरे, सुधीर अग्रवाल, पप्पू पाराशर, पत्रकार अनूप जाट, सुरेंद्र श्रीवास्तव आदि ने संतों का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। समापन अवसर पर दांतरे परिवार द्वारा आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।