दतिया-बसई। नईदुनिया न्यूज
स्थानीय सीतासागर तालाब पर रक्षाबंधन के दूसरे दिन सोमवार को भुजरियों का मेला संपन्ना हुआ। इस दौरान महिलाएं अपने सिर पर भुजरियां लेकर तालाब पर पहुंची। जहां भुजरियों का पूजन कर उन्हें विसर्जित किया गया। मेले में सीतासागर पर लगी खेल खिलौने की दुकानों पर बच्चों का जमघट लगा रहा। वहीं शहर के बीच में तालाब स्थित होने के कारण वहां भीड़भाड़ होने से यातायात भी प्रभावित हुआ।
बसई क्षेत्र में बरधुवां के प्राचीन प्रवीण सागर तालाब पर परंपरागत तरीके से भुजरियों का विसर्जन किया गया। इस दौरान महिलाएं सिर पर भुजरियां रखकर मंगल गीत गाती हुई विसर्जन करने के लिए तालाब पर पहुंची। रक्षाबंधन के उपलक्ष में यह आयोजन कई वर्षों से गांव में होता आ रहा है। इस पर्व पर सुबह भाईयों की कलाई में राखी बांधकर बहनें शाम होते ही सिर पर भुजरियां रखकर मंगल गीत गाते हुए प्रवीण सागर तालाब पर पहुंचती हैं। जहां तालाब पर विधिवत तरीके से भुजरियों को विसर्जित किया गया। इस दौरान सबसे आकर्षण का केंद्र तालाब पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन रहा। जहां क्षेत्र के युवाओं ने निशाने लगाकर मटकी फोड़ने का प्रयास किया। इस प्रतियोगिता में बरधुवां, जैतपुर, सांकुली, मातेवाय आदि गांव के युवाओं ने आकर मटकी में निशाना लगाया। किसी ने बंदूक से तो किसी ने पत्थर से निशाना साधा। मटकी फोड़ प्रतियोगिता में कोई भी निशानेबाज मटकी नहीं फोड़ पाया। इस अवसर पर पूर्व उप सरपंच काशीराम केवट, महेंद्र तिवारी, रामा केवट, शिशुपाल सिंह राजपूत, राकेश सेन आदि मौजूद रहे।