नईदुनिया न्यूज, नेमावर (देवास)। नर्मदा के जल संग्रहण क्षेत्रों जबलपुर, नर्मदापुरम में लगातार बारिश के चलते तवा व बरगी डेम भर जाने से अतिरिक्त पानी की निकासी करने के कारण नेमावर में नर्मदा का जलस्तर मंगलवार देर रात्रि से लगातार बढ़ रहा है। बुधवार शाम पांच बजे तक की स्थिति में जल स्तर समुद्र तल से 884.6 फीट तक पहुंच गया है जो खतरे के निशान से मात्र 5.4 फीट नीचे है। जलस्तर बढ़ने के कारण कई घाट डूब गए हैं। वहीं बैक वाटर का पानी नगर में वार्ड क्रमांक-14 व 15 को जोड़ने वाले रास्ते की पुलिया पर भर जाने से दोनों वार्डों का नगर से आवागमन बंद हो गया है।
हालांकि राहत की बात यह है कि क्षेत्र में नर्मदा की सहायक नदियां जामनेर, गोनी, ककेड़ी, बागदी आदि क्षेत्र में धीमी गति की बारिश के कारण उफान पर नहीं हैं। फिर भी नर्मदा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है। सहायक नदियां उफान आने की स्थिति में नर्मदा किनारे पर बसे ग्रामों के साथ इन नदियों के तटों पर स्थित ग्रामीण बस्ती में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो जाता है, जो फिलहाल दिखाई नहीं दे रहा है। नेमावर में जलस्तर बढ़ने से नर्मदा के मुख्य स्नान वाले नागर घाट, सिद्धनाथ घाट जलमग्न हो गए हैं।
नागर घाट पर स्थित शनि मंदिर, यात्री विश्रामालय के टिन शेड में भी करीब पांच फीट तक पानी भर गया है। इसके साथ ही नागर घाट पर लगने वाली प्रसादी व अन्य दुकानों में भी पानी भर गया है। नगर के वार्ड क्रमांक 14 व 15 के रहवासियों को मुख्य मार्ग की बजाय खेतों के कच्चे कीचड़ वाले मार्ग का उपयोग कर नगर में आना-जाना पड़ रहा है। नगर परिषद अध्यक्ष कृष्णगोपाल अग्रवाल ने बताया नर्मदा के बढ़ते जलस्तर पर नगर परिषद की टीम नजर बनाए हुए है, खतरे के निशान 890 फीट तक जलस्तर पहुंचने से पहले सभी को अलर्ट कर दिया जाएगा।