Dewas News: नईदुनिया प्रतिनिधि, देवास । इंदौर से जबलपुर जा रही ओवरनाइट एक्सप्रेस (22191) के थर्ड एसी कोच का पहिया इंदौर-देवास रेलवे ट्रैक पर रविवार रात जाम हो गया। इसका पता देवास से करीब छह किमी पहले बिंजाना रेलवे स्टेशन के आसपास चला।
गाड़ी को देवास में रोककर जांच की गई
इसके बाद गाड़ी को देवास में रोककर रेलवे की टीम ने जांच की। पहिए में सुधार संभव नहीं होने की स्थिति देखकर कोच को देवास में अलग किया गया। इसकी सवारियों को अन्य कोच में बैठाया गया। इस दौरान देवास में ट्रेन करीब दो घंटे तक खड़ी रही। वहीं, अगले दिन सोमवार को जबलपुर पहुंचते-पहुंचते यह ट्रेन करीब साढ़े तीन घंटे लेट हो गई और सुबह 5.35 बजे की जगह 9.11 बजे पहुंची।
12 मिनट विलंब से आई थी गाड़ी
देवास के रेलवे अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार रात करीब 8.08 बजे ओवरनाइट एक्सप्रेस 12 मिनट की देरी से आई थी। इसके थर्ड एसी के एक कोच में पहिए से चिंगारी निकलने व लोहा अधिक गर्म होने से बदबू की स्थिति थी।
टीम मौके पर पहुंची
इसके बाद रेलवे की टीम, आरपीएफ व जीआरपी के जवान मौके पर पहुंचे। पहिए की स्थिति का जायजा लेने बाद कोच को ट्रेन से अलग करने का फैसला किया गया। इसके बाद इसमें सवार यात्रियों को अन्य कोच में शिफ्ट किया गया। कोच हटाकर ट्रेन को करीब दो घंटे की देरी से रात करीब 10 बजे रवाना किया गया। रेलवे व यात्रियों की सतर्कता से किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति नहीं बनी, हालांकि ट्रेन लेट होने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
देर रात भोपाल में जोड़ा गया दूसरा कोच
रेलवे अधिकारियों के अनुसार ट्रेन करीब पौने दो घंटे की देरी से देर रात 1.07 बजे भोपाल पहुंची। यहां पर दूसरा कोच जोड़ा गया, इसके चलते ट्रेन करीब दो घंटे तक खड़ी रही। तीन बजे के आसपास यह आगे के लिए रवाना हुई। इटारसी से रवाना होने पर यह ट्रेन करीब चार घंटे लेट हो चुकी थी।
सवा दो साल पहले ट्रैक के किनारे धंस गई थी मिट्टी
करीब सवा दो साल पहले देवास-उज्जैन रेलवे ट्रैक पर महाकाल कालोनी के समीप पटरी के भराव वाले हिस्से का धंसाव हो गया था। इसे देखकर एक श्रमिक ने लाल रंग का कपड़ा दिखाकर देवास स्टेशन से आ रही ट्रेन को रुकवाया था। इससे बड़ा हादसा टल गया था। बाद में ट्रेन को वापस रेलवे स्टेशन ले जाया गया था। उज्जैन, इंदौर, रतलाम से टीमों को बुलवाकर काम शुरू किया गया था, उस दौरान करीब आधा दर्जन ट्रेनें लेट हुई थीं।