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-लगातार हो रही अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी
देवास। नईदुनिया प्रतिनिधि
गर्मी इस बार रिकॉर्ड तोड़ रही है। हर दिन शहर का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। एक्यूवेदर वेबसाइट के अनुसार सोमवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री दर्ज किया गया जो इस सीजन में सबसे अधिक है। उधर गर्मी का असर आम जनजीवन पर भी दिखाई दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले 10 साल में अप्रैल में इस बार सबसे अधिक गर्मी का असर नजर आ रहा है। इस माह की शुरुआत से तापमान 40 डिग्री के ऊपर बना हुआ था। बीच में एक-दो दिन राहत मिली लेकिन फिर लगातार तापमान बढ़ता गया। शनिवार को अप्रैल में तेज गर्मी का 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया था। शनिवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री दर्ज किया गया था जो इस सीजन में सबसे अधिक था। इसके बाद रविवार को भी तापमान 45 डिग्री पर बना रहा। सोमवार को सुबह से तेज धूप खिली और तेज गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया। दोपहर होते-होते स्थिति यह हो गई कि सड़कें सुनसान नजर आने लगी। सोमवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री पर पहुंच गया। ये पिछले 10 वर्षों में अप्रैल में सबसे अधिक है।
अंचल में भी भीषण गर्मी
कांटाफोड़। झुलसा देने वाली धूप से लोगों की व्याकुलता चरम पर है। पिछले सप्ताहभर से तापमान 42 से 43 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर है। तपती धूप का आलम यह है कि राहत के लिए लगाए गए कूलर एवं पंखे भी गर्मी को शांत करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। नवतपा को शुरू होने में अभी पखवाड़ेभर का समय शेष है, लेकिन सुबह सूरज निकलने के साथ ही भीषण गर्मी का दौर शुरू हो जाता है।
तपती धूप से लोगों में त्राहि-त्राहि मची हुई है। अप्रैल लगने के बाद ऐसा कई बार हो चुका है कि मौसम ने हर एक-दो दिन में अपना नया रूप दिखाकर लोगों को हैरान कर दिया है। सोमवार सुबह आठ बजे तेज धूप खिल गई। समय बीतने के साथ ही धूप और तेज होती गई और सुबह 11 बजे तो धूप बर्दाश्त करना मुश्किल होने लगा। त्वचा झुलसती महसूस हुई। प्यास की तलब से लोग कंठ तर करते रहे। गर्मी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का कामकाज प्रभावित है। साथ ही पानी की किल्लत एवं प्रदूषित जल ने आम लोगों की समस्या बढ़ा दी है। इस भीषण गर्मी में लू का असर बच्चों व बुजुर्गों में अधिक देखा जा रहा है। बुजुर्गों का मानना है कि इस वर्ष ने तो 50 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। गर्मी में बाहर के अलावा घर में भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। नगर में तेज धूप के बाद भी शाम छह बजे तक लू का असर जारी है। दिनभर की तेज धूप से तप चुके मकानों में शाम ढलते ही उमस का अहसास किया जा रहा है। लोग घरों के भीतर सोने की बजाय छतों और खुले परिसर में सोना पसंद कर रहे हैं।
दोपहर होते ही सड़कों पर सन्नााटा
दोपहर होते ही सड़कों पर सन्नााटा पसर जाता है। लोग दोपहर में यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं। हालांकि इस वर्ष बेहतर मानसून की संभावना जताई जा रही है। चिंता इस बात की है कि अभी आधे मई महीने के साथ जून महीने तक तपीश बरकरार रहेगी। इधर लोग शीतल पेय की ओर भी आकर्षित हो रहे हैं। शीतल पेय दुकानों पर ग्राहकों का सतत आना-जाना जारी है। गन्ने का रस, लस्सी, फलों का ज्यूस, पानी पाउच, आइस्क्रीम, बर्फ के गोले आदि शीतल पदार्थों की बिक्री बढ़ गई है। गर्मी से बचाव के लिए धूप में निकलते समय लोग तरह-तरह के जतन करने को मजबूर है। कोई सिर पर अंगोछा, टोपी लगाकर तो कोई अपने पास लू से बचाव के लिए प्याज रखकर खुद को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहे हैं।
29 केटीडी 01ः कांटाफोड़ में दोपहर के समय सड़क पर चहल-पहल नजर नहीं आती।
गर्मी से हलाकान हुए लोग
टोंकखुर्द। नगर सहित क्षेत्र में गर्मी ने सोमवार को हलाकान कर दिया। सुबह 10 बजे से ही गर्म हवा चलने लगी। इस बीच तापमान 46 डिग्री से ऊपर पहुंच गया। सड़कों पर गर्मी से बचाव के लिए आईटीआई कॉलेज के स्टूडेंट दोपहर में मुंह पर रुमाल लपेटकर निकले। कॉलेज में 42 में से सिर्फ 15 छात्र ही उपस्थित रहे। दोपहर में बाजार में सन्नाटा सा था। इधर गर्मी के कारण अस्पतालों में लू व उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी।
29 टीओके 01ः गर्मी से बचाव के लिए मुंह पर रुमाल लपेटकर निकलते हुए छात्र।