देवास(नईदुनिया प्रतिनिधि)। अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठजन दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर वरिष्ठ नागरिक संस्था द्वारा मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला को ज्ञापन दिया गया। संस्था अध्यक्ष ओपी पाराशर ने बताया कि अधिकांश वरिष्ठजन स्वयं के कार्य करने में असमर्थ होते हैं, ऐसी स्थिति में उनके बच्चे, पत्नी, रिश्तेदार सहित अन्य से बुजुर्गों को देखभाल की अपेक्षाएं होती है। ऐसे लोग बुजुर्गों को किसी तरह की हानि पहुचाते हैं या उपेक्षा करते हैं। ठीक से उनका भरण पोषण नहीं करते हैं तो उनकी ये दुर्व्यवहार की श्रेणी में आता है। बुजुर्गों के प्रति असम्मानजनक व्यवहार मानव अधिकारों का उल्लंघन है।
15 जून को प्रतिवर्ष विश्व वरिष्ठजन दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस का आयोजन वरिष्ठ नागरिक संस्था द्वारा किया जाता है। इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठजनों की उपेक्षा एवं उन पर हो रहे दुर्व्यवहार को रोकना है। शासन के निर्देशानुसार पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक वरिष्ठ नागरिक समूहों, जिला समितियों का गठन होना आवश्यक है। किंतु कुछ स्थानों को छोड़कर इन निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है। जहां वरिष्ठ नागरिक समूह, समितियां गठित है वहां पर नियमित बैठक नहीं हो पाती। ज्ञापन में इस ओर ध्यान देने की मांग की गई।
बुजुर्गों के प्रकरणों में जल्द कार्रवाई हो
ज्ञापन में बताया गया कि माता-पिता, वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण अधिनियम, निर्देश क्रियान्वयन और प्रकरणों में शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। ध्वनि विस्तारक यंत्रों का निर्धारित ध्वनि की तीव्रता से अधिक उपयोग वरिष्ठजनों को गंभीर बीमारियों की तरफ धकेलता है। इसकी तुरंत रोकथाम होना चाहिए। शासन द्वारा वरिष्ठजनों के कल्याण के लिए बनाई योजनाओं के लिए पर्याप्त धन राशि रक्षित की जाए। उसका निर्धारित समय सीमा में उपयोग होना चाहिए। वरिष्ठजन नीति व योजनाओं के लिए आयुक्त स्तर का स्वतंत्र विभाग स्थापित होना चाहिए। वरिष्ठ नागरिक सेवा केंद्र के संचालन के लिए अनुदान पर लगी रोक को तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए। वर्तमान में बढ़ती हुई महंगाई से वृद्धजन त्रस्त हैं। मप्र में इंदिरा गांधी वृद्धजनों की पेंशन कम से कम 5 हजार रुपए होना चाहिए। संपत्तिकर जलकर में वरिष्ठजनों को उचित छूट मिलना चाहिए। शासन वृद्धजनों को निशुल्क या नाम मात्र प्रीमियम पर स्वास्थ बीमा उपलब्ध कराए। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना में गरीबी रेखा के नीचे के हितग्राहियों के साथ ही वृद्धजनों को भी शामिल किया जाना चाहिए। इस अवसर पर संरक्षक एमवी भाले, सचिव श्रवण कुमार कानूनगो, कोषाध्यक्ष वीपी गुप्ता, सलाहकार गंगासिंह सोलंकी सहित अन्य मौजूद थे।