तीन हजार करोड़ की कालीसिंध परियोजना के लिए आईं चार कंपनियां
Rk=tih> lRo=wrlgt Œr;rlr fUt˜ermk l=e fUtu lbo=t l=e mu stu\zlu Jt˜e Rkr=ht mtdh v
By
Edited By:
Publish Date: Mon, 16 Apr 2018 04:01:35 AM (IST)
Updated Date: Mon, 16 Apr 2018 04:01:35 AM (IST)

इंदौर। नईदुनिया प्रतिनिधि
कालीसिंध नदी को नर्मदा नदी से जोड़ने वाली इंदिरा सागर परियोजना (आईएसपी)-कालीसिंध लिंक परियोजना निर्माण के लिए चार कंपनियां आगे आई हैं। इनके दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद शासन की उच्चस्तरीय कमेटी ठेका देगी। परियोजना की लागत 3019 करोड़ रुपए से अधिक है।
उक्त चार कंपनियों में एल एंड टी के अलावा दिलीप बिल्डकॉन-नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी, जेएससी-लक्ष्मी इंजीनियरिंग वर्क्स और जीवीपीआर-विलो और बीएससीपीएल के जॉइंट वेंचर शामिल हैं। नर्मदा घाटी विकास विभाग की इस महत्वाकांक्षी परियोजना से देवास जिले के सोनकच्छ, देवास और शाजापुर जिले के कुछ हिस्से में एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। जिस कंपनी को इसके निर्माण का ठेका मिलेगा उसे परियोजना का पूरा सर्वे करने से लेकर ड्रॉइंग-डिजाइन भी तैयार करना होगा। कंपनी को ही यह भी देखना होगा कि पाइपलाइन किस रूट से सोनकच्छ तक ले जाना उचित होगा, राजस्व नक्शे के हिसाब से पाइपलाइन किसके खेत से जाएगी। जमीन अधिग्रहण से संबंधित बाधाएं भी कंपनी को ही दूर करना होगी। निर्माण के बाद कंपनी दो साल तक परियोजना का संचालन और रखरखाव भी करेगी।
ग्रेविटी से पहुंचेगा पानी
परियोजना के तहत इंदिरा सागर बांध से 15-15 क्यूमेक की दो पाइपलाइन से पानी लिफ्ट किया जाएगा। यह पानी सोनकच्छ के पास लाया जाएगा। यहां से अलग-अलग जगह वितरित होगा। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि परियोजना की लाइन में चार पम्पिंग स्टेशन होंगे। पम्पों के जरिये पाइपलाइन से ऊंचाई पर पानी लाया जाएगा। इसके बाद ग्रेविटी से यह पानी सोनकच्छ तक पहुंचेगा।