MP Crime News: देवास (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नेमावर में एक ही परिवार के पांच लोगों की जघन्य हत्या की वारदात को आरोपितों ने दो घंटे में अंजाम दिया था। सबसे पहले युवती को खेत पर बुलाकर मारा गया। उसके बाद परिवार के चार अन्य सदस्यों को भी एक-एक कर मौके पर लाए और मार डाला। सभी की हत्या के बाद जेसीबी से 12 फीट गहरा गड्ढा खोदकर शवों को दफना दिया गया।
हत्यारों ने युवतियों को निर्वा कर दफनाया, ताकि कपड़ों से भी उनकी पहचान न हो सके। पुलिस दुष्कर्म की आशंका से भी इन्कार नहीं कर रही है। पुलिस ने सात आरोपित सुरेंद्र, वीरेंद्र, विवेक, राजकुमार, मनोज, करण तथा राकेश निमौरे को गिरफ्तार किया है। बता दें कि मार डाले गए परिवार के सदस्य करीब डेढ़ माह से लापता थे। गुमशुदगी दर्ज करने के बाद से पुलिस उन्हें तलाश रही थी, जबकि आरोपित वहीं रहकर जांच पर नजर रखने के साथ ही पुलिस को गुमराह भी कर रहे थे। एसपी डा. शिवदयाल सिंह ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले को चलाकर जल्द से जल्द आरोपितों को सजा दिलवाने की बात कही है।
ऐसे चला घटनाक्रम
- 13 मई की रात नेमावर बस स्टैंड के पास रहने वाली ममता अपनी बेटियों रूपाली और दिव्या तथा भतीजी नीतू के पुत्र पवन व पुत्री पूजा को लेकर अचानक गायब हो गई थी। इसकी सूचना ममता बाई की पीथमपुर में रह रही बेटी भारती ने पुलिस को दी।
- 17 मई को गुमशुदगी दर्ज कर मामले में जांच शुरू की गई।
- 27 मई को नीतू थाने पहुंची और बेटे पवन व बेटी पूजा के अपहरण की आशंका रूपाली पर जताई। इसके बाद धारा 363 में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, चोरल, भोपाल, सीहोर और इंदौर के कई स्थानों पर सर्चिंग की।
इंटरनेट मीडिया से गुमराह कर रहे थे...इसी से पकड़ाए भी
पुलिस के अनुसार परिवार के गायब होने के बाद भी रूपाली के मोबाइल से विभिन्न् जगहों से समय-समय पर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट की जा रही थी। पुलिस ने इस पर ध्यान देकर जांच शुरू की और लोकेशन तलाशी तो कुछ सूत्र हाथ लगे। इसी दौरान संदेह के आधार पर सुरेंद्र पुत्र लक्ष्मण सिंह राजपूत से कड़ाई से पूछताछ की गई, तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि रूपाली उसकी प्रेमिका थी। रूपाली द्वारा मंगेतर दिव्यांश के विरुद्ध इंटरनेट मीडिया पर गलत पोस्ट करने और शादी के लिए दबाव डालने से क्षुब्ध होकर उसने भाई वीरेंद्र राजपूत तथा विवेक तिवारी, राजकुमार, मनोज कोरकू, करण कोरकू के साथ मिलकर रूपाली और उसके स्वजनों की हत्या कर शवों को अपने खेत के किनारे बने 12 फीट के गड्ढे में दबा दिया था। पुलिस को भ्रमित करने के लिए आरोपित रूपाली का मोबाइल खंडवा निवासी साथी राकेश निमौरे को देकर अलग-अलग दिन विभिन्न् जगह से इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट भी डाल रहे थे।
रूपाली की स्कूटी से ही मां-बहन को खेत पर लाए
एसपी डा. सिंह के मुताबिक 13 मई को सुरेंद्र और रूपाली के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान सुरेंद्र के स्वजन भी वहां पहुंच गए। आरोपित सुरेंद्र ने रूपाली को पहले खेत पर शादी के लिए बुलाया। जब वह स्कूटी से खेत पर पहुंची तो वहां रॉड से वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद सुरेंद्र का भाई स्कूटी लेकर रूपाली के घर गया और उसकी मां और बहन दिव्या को ले आया। इस दौरान पूजा और पवन को भी खेत पर लाकर उनकी हत्या कर दी। बाद में शवों को जेसीबी से गड्ढा खोदकर एक के ऊपर एक रखकर दफना दिया। पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त रॉड और रस्सी जब्त कर ली है।
उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने नेमावर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या की निंदा करते हुए उसे सामाजिक कलंक बताया है। उन्होंने कहा कि हत्याकांड के आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसी घटनाएं सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है। भाजपा सरकार इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी। पीड़ितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।