धरमपुरी। दिगंबर जैन समाज के प्रखर वक्ता आचार्य विद्यासागरजी के शिष्य मुनि प्रणामसागरजी व विराटसागरजी रतलाम से विहार करते हुए बुधवार को यहां पहुंचेगें। मुनि श्री के स्वागत को लेकर नगर में व्यापक तैयारियां चल रही है। गौरतलब है कि मुनि प्रणाम सागर का विभिन्न टीवी चैनलों पर नियमित कार्यक्रम 'शंका-समाधान' का प्रसारण होता है। समाजाध्यक्ष हीराचंद सेठी, उपाध्यक्ष राजकु मार रावका, सह सचिव विवेक कासलीवाल ने समाजजनों व नगरवासियों से मुनिश्री के स्वागत व सहयोग की अपील की।
हाट बाजार से रहवासी हो रहे परेशान
धामनोद। नगर के मुख्य मार्ग महेश्वर चौराहे के पास सोमवार एवं शुक्रवार को लगने वाले हाट से मुख्य मार्ग के दोनों और बसी मुख्य कालोनियां नारायण विहार एवं मंगल नगर के रहवासी एवं दुकानदार बुरी तरह परेशान है। बाजार में आने वाले लोग रहवासियों की दुकानों एवं घरों के सामने अपने वाहन खड़े कर देते हैं। लोगों द्वारा वाहन इस तरह से खड़े कर दिए जाते है कि लोगों को अपने घरों से निकलने में परेशानी होती है। उन्हें खुद अपने वाहन कहीं और पार्क करना पड़ते हैं। तब जाकर वह पैदल अपने घर तक पहुंच पाते है। इस वजह से दोनों कालोनियों के रहवासियों एवं दुकानदारों में जबरदस्त आक्रोश है ।
के वल आने जाने वाले लोगों की वजह से ही नहीं बल्कि भीड़ भाड़ वाला दिन होने एवं ज्यादा सवारियां मिलने की उम्मीद में बड़ी संख्या में टेंपो चालक भी मुख्य मार्ग पर ही खड़े रहते है। जब तक वाहन सवारियों से भर नहीं जाता वे अपने वाहन को सड़क् पर ही खड़ा रखते है। एक टेंपो के हटते ही दूसरा आकर खड़ा हो जाता है। पूरे दिन इस प्रकार के हालात बनते रहते है। हाट बाजार की दुकानें भी आधी सड़क तक आ जाती है। इससे मुख्य मार्ग पर यातायात एवं आने जाने वालों को तो काफी तकलीफ होती है। नारायण विहार कॉलोनी के रहवासी राजेश गोयल, संजीव गोसर, मुके श जैन, महेश जैन, वीरेंद्र जैन, मनोज ऐरन, राजकु मार गुप्ता, राजेश राठौड़ इत्यादि ने मांग की है कि शासन-प्रशासन रहवासियों की इन मूलभूत समस्याओं का शीघ्र उचित निराकरण करें।
फोटोधामनोद24डीएचएन04 मुख्य मार्ग बार एक बार भी लगा जाम।
24डीएचएन05। हाट बाजार में वाहन।
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नहरों का अधूरा निर्माण, खेत बने तालाब
-ओंकारेश्वर नहर परियोजना की कच्ची नहरों में पानी छोड़ने के बाद उपजी समस्या, निरीक्षण के बाद भी हालात जस के तस
टवलाई। ओंकारेश्वर परियोजना की कच्ची नहरों में छोड़ा पानी कि सानों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है। अधूरे निर्माण कार्य के चलते नहरे परेशानी का सबब बनी हुई है। अधूरे निर्माण की वजह से खेतों में पानी भर रहा है। इससे खेत तालाब बन गए है। पानी खेतों में जमा होने की समस्या को लेकर विभाग के एसडीओ ने सोमवार को निरीक्षण कि या। उसके बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ है।
कु छ ऐसे ही हालात समीपस्थ ग्राम टवलाई में बने हुए है। ग्राम टवलाई खुर्द के कि सान दिनेश मोरया, रेवा ठाकु र, सोहन लाल जायसवाल, सकाराम वासके ल, रुखड़ीया,घनश्याम शर्मा आदि के कि सानों के खेत में पानी भर गया है। कि सानों ने बताया कि खेत को तैयार कर बुवाई की तैयारी में लगे थे कि नहर का पानी खेतों में भर जाने से बुवाई में परेशानी आ रही है। रुखड़ीया ने बताया कि पिछले सीजन में भी खेत में पानी घुसने के कारण चने की फसल को नुकसान हुआ था। अधूरे निर्माणसे बनी समस्यानहरों के अधूरे निर्माण से ऐसी समस्या बनी है। कि सानों ने मांग की है कि पहले नहर का निर्माण कि या जाए उसके बाद नहरों में पानी छोड़ा जाए। नहर के अधूरे निर्माण होने से पानी खेतों में भर रहा है।
अधिग्रहण नहीं होने से आ रही समस्याकु छ कि सानों का भू अर्जन नहीं होने के कारण निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। कि सान के खेत ने पानी जमा होने की समस्या को शीघ्र दूर करने का प्रयास कि या जाएगा। इसके लिए एक चौकीदार की व्यवस्था करने पर विचार कर रहे है। ताकि नहर में पानी छोड़ने के बाद सिंचाई हो जाने पर उसका गेट बंद कि या जा सके । कि सानों को भी इस बात की सावधानी रखना चाहिए कि जितने पानी की जरुरत हो उतना ही गेट खोला जाए। कई कि सान रात में बड़ी नहर पर जाकर गेट अधिक खोल देता है इससे परेशानियां आती है।- बीएस सिसौदिया, एसडीओ, ओंकारेश्वर नहर परियोजना मनावरः
फोटो 1। नहर का पानी खेत में घुसने से बनी तालाब जैसी स्थिति।
?ोटो2। खेत मे घुस रहा नहर का पानी दिखता कि सान।
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विज्ञापन विभाग से भेजी
सृष्टि के उद्धार के लिए त्रिकाल संध्या पूजन आवश्यकः पं. बंटी महाराज
अंबिका आश्रम श्रीधाम बालीपुर में तीन दिवसीय आवासीय संध्या शिविर का समापन आज
मनावर। ब्रह्मलीन संत श्री गजाननजी महाराज श्री अंबिका आश्रम बालीपुर में संत श्री योगेशजी महाराज के सान्निध्य में तीन दिवसीय आवासीय संध्या शिविर चल रहा है। इसमें ब्राह्मणों को संध्या पूजन के साथ भारतीय संस्कृति, धर्म व वैदिक पद्धतियों से परिचित कराया जा रहा है। शिविर के दूसरे दिन सोमवार को त्रिकाल संध्या पूजन के बारे में बताते हुए पं. बंटी मंडलोई ने कहा कि संध्या के समय ईश्वर का स्मरण व ध्यान करना त्रिकाल संध्या कहलाता है। त्रिकाल संध्या पूजन सृष्टि के उद्धार के लिए कि या जाता है। इसके अलावा शिविर में पं. रवि शर्मा व एनके शर्मा ने ब्राह्मणों को गुरु तत्व संध्या, मंत्रों की व्याख्या, विधि, नित्यकर्म व सदाचार का व्यक्तिगत तथा संपूर्ण जगत के लिए महत्व, संस्कृति सनातन पद्धति से साधना, ब्राह्मणों के कर्तव्य तथा समाज की भूमिका के बारे में बताया। सद्गुरु सेवा समिति के जगदीचंद्र पाटीदार ने बताया कि मंगलवार को प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी सामाजिक एकता व विश्व शांति के उद्देश्य से नगर के ब्राह्मणों की पदयात्रा गणेश मंदिर, बाबा चौक जूनी मनावर से श्रीधाम बालीपुर तक प्रातः 10 बजे निकाली जाएगी। जो संध्या शिविर के समापन कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
फोटो24एमएनआर15 संध्या शिविर में त्रिकाल संध्या पूजन विधि व मुद्रा सिखाते पं. बंटी महाराज।
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