देवास (नईदुनिया प्रतिनिधि)।
प्रभारी कलेक्टर व सीईओ जिला पंचायत शीतला पटले ने अधिकारियों को रबी विपणन वर्ष 2021-22 में ई उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानों, रकबा व बोई फसल के सत्यापन के संबंध में निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि रबी विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए किसानों के पंजीयन किसान पंजीयन समिति स्तर पर स्थापित पंजीयन केन्द्रों,
गिरदावरी किसान एप व कियोस्क, कामन सर्विस सेन्टर, लोक सेवा केन्द्र पर गिरदावरी किसान एप के माध्यम से करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
प्रभारी कलेक्टर पटले ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विगत वर्ष के पंजीयन से 50 प्रतिशत अधिक पंजीकृत रकबा वाले किसान, चार हेक्टेयर से अधिक रकबा वाले किसान, सिकमी व बटाइदार किसान व अन्य के स्वामित्व की भूमि पर पंजीयन, गिरदावरी किसान एप व कियोस्क कामन सर्विस सेंटर पर गिरदावरी किसान एप के माध्यम से पंजीकृत किसान, भू अभिलेख डाटा व पंजीयन में किसान के नाम में भिन्नाता तथा खसरा आधार से लिंक न होने वाले किसान के पंजीयन, रकबे, फसल का सत्यापन किया जाए।
उक्त श्रेणी के पंजीकृत किसानों का सत्यापन इ उपार्जन पोर्टल पर तहसीलदार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा 25 फरवरी तक पंजीयन की कार्यवाही के साथ साथ किया जाना है। इसके लिए रकबा व फसल सत्यापन हेतु आपको लॉगिन व पासवर्ड उपलब्ध कराया गया है। उक्त श्रेणी के किसानों के नामए रकबा, बोई गई फसल का विवरण इ उपार्जन पोर्टल पर आपके लॉगिन पर उपलब्ध किसान विवरण का प्रिन्टआउट निकाला जाए। पंजीयन के उल्लेखित नाम व भू अभिलेख दस्तावेज में दर्ज नाम का मिलान किया जाए। किसान पंजीयन में उल्लेखित रकबे का मिलान राजस्व रिकार्ड एव बोई गई फसल का मौके पर सत्यापन राजस्व विभाग के मैदानी अमले से कराया जाए। सिकमी बटाइदार किसान व अन्य के स्वामित्व की भूमि की श्रेणी में पंजीकृत किसानों तथा रकबे की पुष्टि वास्तविक भू स्वामी से व बोई गई फसल का मौके पर सत्यापन किया जाए तथा उनके द्वारा किए गए अनुबंध तथा अन्य दस्तावेजों का परीक्षण किया जाए। उक्त श्रेणी के किसानों के सत्यापन उपरांत ही उनसे उपज की खरीदी की जाती है। अतः सत्यापन की कार्यवाही गंभीरता से की जाए। प्रभारी कलेक्टर पटले ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसान के पंजीयन रकबा व फसल के सत्यापन में पाई गई स्थिति यथा पंजीयन सही पंजीयन निरस्त रकबा व फसल में संशोधन की कार्यवाही इ उपार्जन पोर्टल पर आपके लॉगिन से की जाए, तदुपरांत की पंजीयन सत्यापन माना जाएगा।