नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। इंसानियत अभी जिंदा है - यह साबित कर दिखाया मध्यप्रदेश के धार जिले के धरमपुरी थाना क्षेत्र के निवासियों ने जब गुरुवार रात एक नवजात बच्ची की जान समय रहते बचा ली गई।
यह घटना पगारा फाटा के पास की है, जहां खलघाट-मनावर रोड किनारे बंद पड़ी एक चाय की गुमटी के पास यह बच्ची ठिठुरती ठंड में बेसहारा हालत में पड़ी मिली।
चारों ओर सन्नाटा, ऊपर खुला आसमान और पास में घूमते भूखे कुत्ते, यह दृश्य किसी भी इंसान की रूह कांपाने के लिए काफी था। लेकिन इस बच्ची की किस्मत अच्छी थी कि इंसानियत की गर्माहट ने समय रहते उसे गले लगा लिया।
बच्ची के रोने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग बाहर आए। जब देखा कि एक नवजात बच्ची लावारिस पड़ी है और कुछ आवारा कुत्ते उसके पास मंडरा रहे हैं, तो वे तुरंत दौड़कर आए। कुत्तों को भगाकर बच्ची को गोद में उठाया गया और पास ही से दूध लाकर उसे पिलाया गया।
इसके बाद लोगों ने तुरंत धरमपुरी थाना पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया, जहां डॉक्टर्स की टीम ने उसका प्राथमिक उपचार किया।
चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची की उम्र लगभग 10 से 15 दिन की है। अब वह पूर्णतः स्वस्थ और खतरे से बाहर है। अस्पताल की स्टाफ नर्स बच्ची की देखभाल खुद कर रही हैं - उसे दूध पिला रही हैं, गोद में ले रही हैं, और एक मां की तरह स्नेह लुटा रही हैं। यह दृश्य अस्पताल में मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम कर गया।
पुलिस ने इस मामले में अज्ञात माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है कि किसने यह अमानवीय हरकत की। क्षेत्रवासियों ने इस कृत्य पर गहरा आक्रोश जताया है और प्रशासन से मांग की है कि ऐसे निर्दयी माता-पिता की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए।