नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। भोजशाला की मुक्ति और उसके गौरव की पुनर्स्थापना के लिए हिंदू समाज वर्षों से आंदोलन करता रहा है। तीन फरवरी को भोजशाला में वसंत पंचमी के दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक पूजा-अर्चना से लेकर यज्ञ और महाआरती को लेकर हिंदू समाज उत्साहित है।
बड़ी संख्या में लोग सुबह से ही यहां पहुंच रहे हैं और बसंत उत्सव में शामिल हो रहे हैं। 700 से अधिक पुलिसकर्मियों और 40 से अधिक अधिकारियों को सुरक्षा की दृष्टि से तैनात है।
बता दें कि वर्ष में एक बार वसंत पंचमी के दिन हिंदू समाज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक वाग्देवी की पूजा, हवन आदि की अनुमति होती है। परंपरा के अनुसार भोजशाला को विशेष रूप से फूलों और केसरिया पताकाओं से सजाया गया है।
श्रद्धालु बैरिकेड के बीच से निकलकर प्रवेश कर रहे हैं। बता दें कि भोजशाला पर पूर्ण अधिकार के लिए हिंदू समाज की ओर से हाई कोर्ट इंदौर खंडपीठ में याचिका लगाई गई थी।
चार दिवसीय महोत्सव के दौरान शहर में भारी वाहनों के लिए प्रवेश पूर्णत: वर्जित रहेगा। सोमवार को जब शोभायात्रा निकलेगी तो इस दौरान घोड़ा चौपाटी मोहन टाकीज, धानमंडी, जवाहर मार्ग, आनंद चौपाटी व बोहरा बाखल तक सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। शोभायात्रा में शामिल होने के लिए आने वाले वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था भी गई है।
मांडू रोड से आने वाले वाहनों के लिए घोड़ा चौपाटी स्थित शासकीय माध्यमिक स्कूल, नौगांव की ओर से आने वाले वाहनों के लिए किला मैदान, छत्री की ओर से आने वाले वाहनों के लिए अनाज मंडी, नित्यानंद आश्रम की ओर से आने वाले वाहनों के लिए सब्जी मंडी और शासकीय वाहनों के लिए राधू टाकीज परिसर में पार्किंग व्यवस्था की गई है।