राजगढ़(नईदुनिया न्यूज)। कोरोना का प्रभाव जून के दूसरे पखवाड़े में कम होने लगेगा। इसी पखवाड़े में बारिश सक्रियता के साथ पूरे जुलाई में अच्छी बारिश होगी। इस बार ज्वार, मक्का, कपास, सोयाबीन, गेहूं, चना और टमाटर का बंपर उत्पादन होगा। जबकि मूंगफली, उड़द, मिर्ची और फूल का उत्पादन कम होगा।
उक्त भविष्यवाणी ग्राम धुलेट के योगमाया मंदिर में सिर्वी समाज के लोगों द्वारा की गई। इसके पूर्व समाज के वरिष्ठ चार लोगों द्वारा प्राचीन बावड़ी में स्नान कर मंदिर पहुंचे। यहां गर्भ गृह के सामने गेहूं पर मटकी स्थापित की गई। इसके बाद चारों लोगों ने छोटी अंगुली से कलश को स्पर्श किया। प्रत्येक मर्तबा अलग-अलग फसलों एवं बारिश के नाम पर उसे स्पर्श किया जाता। जिस फसल के नाम पर मटकी अधिक घूमती इससे अंदाजा लगाया गया कि इस वर्ष उस फसल का उत्पादन अच्छा खासा होगा।
इन फसलों की खेती होगी लाभदायक
भविष्यवाणी के दौरान बताया गया कि जून के दूसरे पखवाड़े से बारिश सक्रियता दिखाएगी जो पूरे जुलाई महीने में बरकरार रहेगी। अगस्त के पहले पखवाड़े में बारिश कम होगी। जबकि अगस्त के दूसरे पखवाड़े में एवं सितंबर माह में भी बारिश अच्छी होगी। इस वर्ष किसानों के लिए ज्वार, मक्का, कपास, सोयाबीन, गेहूं, चना और टमाटर की खेती लाभदायक साबित होगी।
रबी और खरीफ दोनों फसलों का होगा अच्छा उत्पादन
यहां दलपुरा क्षेत्र स्थित श्री आई माता मंदिर प्रांगण में विधिपूर्वक पूजन के बाद बैलगाड़ी के पहिए को नौ लोगों ने अंगुली से दो बार उठाया। पहली बार रबी एवं दूसरी बार खरीफ फसल के लिए पहिया उठाया गया था। दोनों ही बार करीब पांच से छह फीट ऊंचाई पर पहिया उठा। समाज के गणपत कोटवाल एवं प्रेमचंद जमादारी ने बताया कि कई वर्षों से समाजजनों द्वारा इस प्रकार आयोजन किया जा रहा हैं। मान्यता है कि पहिया जमीन से जितनी ऊंचाई पर उठता है। उतना ही फसल का उत्पादन भी अच्छा होता है।
दोनों बार पलटा पहिया
ग्राम अमोदिया में भी श्री आई माता मंदिर में पूजन अर्चन के बाद भविष्यवाणी की गई। यहां भी दो मर्तबा 11-11 लोगों द्वारा उठाया गया। पहली मर्तबा तीन से चार पहिया उठने के बाद पहिया पलटी खाया। वहीं दूसरी बार पांच फीट उठने के बाद पलटा। समाजजनों की मान्यता है कि पहिया जमीन से उठने के बाद यदि पलटी खाता है तो फसल का उत्पादन अच्छा खासा होता है।
चार बार उठाया पहिया
ग्राम पिपरनी के श्री योग माया मंदिर प्रांगण में समाजजनों की मौजूदगी में सात लोगों द्वारा चार बार पहिया उठाया गया। पहली बार श्री योग माया जी के नाम पर, दूसरी बार रबी फसल और तीसरी बार खरीद की फसल के लिए एवं चौथी बार गांव के पंच के नाम पर उठाया गया। चारों मर्तबा पहिया करीब पांच ऊंचाई पर उठा। इसी प्रकार ग्राम कंजरोटा, रिंगनोद, गुमानपुरा, रतनपुरा में भी आयोजन हुए।