धार (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग भोपाल द्वारा गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर गुरु की महानता के प्रति आदर प्रकट करने के लिए गुरुपूर्णिमा पर्व का आयोजन घोड़ा चौपाटी स्थित शासकीय ललित कला महाविद्यालय रखा गया। मंगलवार को महाविद्यालय में एक दिवसीय चित्रकला शिविर का आयोजन किया गया।
शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य कांति तिर्की द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। चित्रकला शिविर में महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इसमें विद्यार्थियों ने गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित चित्रों का सृजन किया। छात्र-छात्राओं ने एक्रेलिक माध्यम मे कैनवास पर अपनी कल्पना के द्वारा गुरु की महानता को आदरपूर्वक चित्रण किया। बैचलर आफ फाइन आर्ट के तृतीय वर्ष की छात्रा. रितिका वैष्णव ने गुरु के रूप में प्रथम गुरु माता-पिता दूसरे गुरु शिक्षक तथा तीसरे गुरु भगवान के रूप में चित्रित किया है। आरती शर्मा और मुस्कान राठौर बीएफ. द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने गुरु का यथार्थवादी शैली मे चित्रण किया है। बीएफए. द्वितीय वर्ष के छात्र आकाश सोलंकी ने बहुत ही सुंदर चित्रण किया, इसमें जिस प्रकार कुम्हार मिट्टी को एक सुंदर रूप में बर्तन बनाता है, उसी प्रकार गुरु भी शिष्य को बनाता है। इसका चित्रण किया। बीएफए चतुर्थ वर्ष के छात्र ऋतिक पंवार द्वारा गुरु शिष्य को शिक्षा देते हुए चित्र बनाया है। इसमें उनकी मौलिकता देखते ही बनती है। बीएफए द्वितीय वर्ष के छात्र भरत पाटीदार ने कालिदास एवं उनके शिष्य को चित्रित किया है। महाविद्यालय द्वारा आयोजित चित्रकला शिविर मे 35 विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों द्वारा चित्रित चित्र गुरुपूर्णिमा पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में प्रदर्शित किए जाएंगे। 13 जुलाई को प्रातः 10 बजे गुरुपूर्णिमा पर्व मनाया जाएगा। इस अवसर पर इंदौर से आमंत्रित कलाकार मोहन विश्वकर्मा द्वारा मिट्टी से पोट्रेट का डेमोस्ट्रेशन तथा व्याख्यान दिया जाएगा। चित्रकला शिविर में प्रेमसिंह सिकरवार, भूपेंद्र सिंह चौहान, नंदनी खरमले, नवनीत लोकरे, चंदर सिंह सोलंकी, गोपाल यादव एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।