
धार। धार की ऐतिहासिक भोजशाला में आज मंगलवार को सत्याग्रह का दिन है। इसके तहत हनुमान चालीसा और अन्य पाठ किए गए। हिंदू समाज को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा मंगलवार को पूजा-अर्चना की अनुमति दी गई है। सुरक्षा जांच के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु भोजशाला में पहुंचे ।
सर्वे के बीच धार भोजशाला में हुआ हनुमान चालीसा का पाठ, सुरक्षा जांच के बाद अंदर पहुंचे श्रद्धालु#Dhar #Bhojshala #HanumanChlisa pic.twitter.com/iJz3hgjyVi
— NaiDunia (@Nai_Dunia) March 26, 2024
पूजा के बाद बाहर आए श्रद्धालुओं ने कहा कि सर्वे के फैसले से हिंदू समाज खुश है। यहां सत्याग्रह 1952 से लगातार चल रहा है। हनुमान चालीसा के बाद आरती और पूजा संपन्न हुई। श्रद्धालुओं ने कहा कि निर्देश के अनुसार उन्होंने 11 बजे भोजशाला परिसर खाली कर दिया है।
#WATCH | Hindus devotees after performing puja at the Bhojshala complex in Dhar of Madhya Pradesh
As per an arrangement in 2003, Hindus perform puja at the complex on Tuesdays from sunrise to sunset while Muslims offer namaz on Fridays from 1 pm to 3 pm. pic.twitter.com/tN2vxNW3OO
— ANI (@ANI) March 26, 2024
श्रद्धालुओं ने कहा कि जो अयोध्या में हुआ। मथुरा और काशी में हुआ है। सर्वे के बाद ऐसा ही फैसला धार भोजशाला को लेकर होगा।
#WATCH मध्य प्रदेश: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण(ASI) की एक टीम धार में भोजशाला परिसर पहुंची। ASI ने 22 मार्च को भोजशाला परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण शुरू किया। pic.twitter.com/ed7MfYuPYz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 26, 2024
आज मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक पूजा जारी रहेगी। सबसे अहम बात यह है कि इस मौके पर सर्वे कार्य भी जारी रहेगा। चार दिन का सर्वे कार्य पूरा हो चुका है।

पांचवें दिन के सर्वे कार्य के लिए मंगलवार सुबह दल भोजशाला पहुंचा। इस तरह से माना जा रहा है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग इमारत के पिछले भाग में आज दिनभर सर्वे करेगी ताकि किसी भी तरह से हिंदू समाज के लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
दोनों ही पक्ष की मौजूदगी में मंगलवार को यह सर्वे भीतरी परिसर में करवा पाना संभव नहीं है। इसलिए बाहरी परिसर में ही यह सर्वे करवाया जाएगा।
धार की ऐतिहासिक भोजशाला में कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच में सत्याग्रह हुआ है। प्रत्येक श्रद्धालुओं की चेकिंग की गई है और मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। सर्वे भी शुरू हो चुका है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम भोजशाला के पिछले हिस्से में यह सर्वे कार्य कर रही है।
यहां आने वाले श्रद्धालु किसी भी तरह के सर्वे की प्रक्रिया को देख नहीं सकें इसके लिए बड़े-बड़े पर्दे लगा दिए गए हैं। साथी मुख्य द्वार से केवल भीतर प्रवेश कर सकते हैं। अन्य स्थानों पर जाने पर रोक लगा दी गई है। चार स्थानों पर उत्खनन का कार्य जारी है। संभावना है कि इसमें हिंदू प्रतीक चिह्न मिल सकते हैं, इसी के मद्देनजर यह उत्खनन विशेष माना जा रहा है।
