धार (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मंगलवार को कलेक्टर प्रियंक मिश्रा अपने वाहन से जा रहे थे। इस दौरान दिव्यांगजनों को कलेक्ट्रेट परिसर में बैठे देखकर कलेक्टर ने अपना वाहन रोका। दिव्यांग जनों की समस्या को सुनने के लिए जमीन पर कलेक्टर बैठ गए और समस्याएं सुनी। संगठन विकलांग बल मध्य प्रदेश के द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पदयात्रा निकाली गई। यह पदयात्रा 16 सूत्री मांगों को लेकर तकरीबन 1 किलोमीटर तक निकाली गई। पदयात्रा जैसे ही कलेक्ट्रेट पहुंची उस दौरान जन सुनवाई समाप्त हो चुकी थी। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा कलेक्ट्रेट से अपनी कार से जा रहे थे। जैसे ही उन्होंने कलेक्टर कार्यालय के बाहर दिव्यांगजनों को देखा तुरंत कार से नीचे उतरकर उनके पास जमीन पर बैठ गए। कहा कि बताइए मैं आपकी क्या समस्या हल कर सकता हूं। इस पर वहां बैठे दिव्यांगों ने कलेक्टर को अपनी समस्या बताई। 16 सूत्री मांग रखी कलेक्टर के सामने रखी।
कलेक्टर ने कहा कि जिला स्तर जो मांगे पूरी हो सकती है, उसे पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। जो प्रदेश स्तर का मसला है, उस पर कलेक्टर ने कहा कि मैं यह आपका ज्ञापन मुख्यमंत्री तक पहुंचा दूंगा। ये है मुख्य मांगें पेंशन बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति माह किया जाए। सभी विभागों में दिव्यांगों के रिक्त पदों को बैकलाग भर्ती के माध्यम से भरा जाए। दिव्यांगों को पांच लाख तक का लोन अनिवार्य रूप से दिया जाए। एकल खिड़की की व्यवस्था की जाए। विवाह प्रोत्साहन राशि दी जाए। इस तरह स 16 मांगों को लेकर दिव्यांगजनों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
कलेक्टर संवेदनशील हैं। आज उन्होंने हमारे साथ जमीन पर बैठकर हमारी समस्या को सुना। जो उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है। इससे हमें बल मिला है। हमारा मनोबल बढ़ा है। हमें विश्वास है जल्द हमारी समस्या हल हो जाएगी। प्रकाश चंद्र राठौर, जिला अध्यक्ष, दिव्यांग बल संगठन, धार