FIR से नाम हटाने के लिए हेड कॉन्सटेबल ने मांगी रिश्वत, पीड़ित की शिकायत पर लोकायुक्त ने बिछाया जाल
लोकायुक्त पुलिस ने सरदारपुर में प्रधान आरक्षक बने सिंह परमार और ग्राम पांच महुआ के भारत डामर को 22,500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। नानूराम ओसारी से एफआईआर में नाम हटवाने के लिए परमार ने 50,000 रुपये रिश्वत की मांग की थी।
Publish Date: Fri, 21 Mar 2025 07:44:17 PM (IST)
Updated Date: Sat, 22 Mar 2025 12:25:15 AM (IST)
धार में रिश्वत लेने के आरोप में हेड कॉन्सटेबल पर कार्रवाई। (फाइल फोटो)HighLights
- प्रधान आरक्षक परमार ने रिश्वत ली।
- पीड़ित से FIR नाम हटवाने की मांग।
- 22,500 रुपये रिश्वत लेते पकड़े गए।
नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। लोकायुक्त पुलिस ने सरदारपुर में शुक्रवार शाम कार्रवाई करते हुए राजोद थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक बने सिंह परमार के कहने पर रिश्वत लेने वाले ग्राम पांच महुआ के भारत डामर को 22,500 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।
दरअसल, प्रधान आरक्षक परमार ने फरियादी नानूराम ओसारी निवासी झिंझियापांड़ा से एफआइआर में नाम हटवाने के लिए 50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इस पर नानूराम ने 22,500 रुपये पहली किस्त के रूप में देने की पेशकश करते हुए लोकायुक्त में शिकायत करते हुए पकड़ाया।
लोकायुक्त पुलिस ने प्रधान आरक्षक परमार और रिश्वत लेने वाले भारत डामोर के खिलाफ भी अपराध पंजीबद्ध किया है।
एफआईआर से नाम हटाने के लिए मांगी रिश्वत
- जानकारी के अनुसार 14 मार्च को दोपहर में ग्राम बोला तहसील सरदारपुर में भजन संध्या हुई थी। इस दिन गांव में भगवान सिंह भाभर और सुरेश औसारी का झगड़ा हो गया था।
- इसकी रिपोर्ट भगवान सिंह की पत्नी छन्नुबाई ने पुलिस थाना राजोद में सुरेश औसारी के साथ-साथ फरियादी नानूराम ओसारी के परिवार के करीब 8 लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई थी। इसका अनुसंधान पुलिस थाना राजौद के प्रधान आरक्षक बनेसिंह परमार द्वारा किया जा रहा था।
- 15 मार्च को बनेसिंह ने नानूराम को थाने पर बुलाया। उन्होंने बताया कि एफआइआर में मेरा नाम झूठा लिखा दिया है। इस पर प्रधान आरक्षक बनेसिंह ने नानूराम का नाम केस से हटाने के एवज में 50,000 रुपये रिश्वत की मांग की।
पीड़ित ने लोकायुक्त से की थी शिकायत
- नानूराम ने राजेश सहाय लोकायुक्त एसपी से शिकायत की थी। शिकायत सही पाई जाने पर शुकवार को ट्रेप दल का गठन किया गया। आरोपी बनेसिंह परमार के कहने पर आरोपी भारत डामर को फरियादी से रिश्वत के 22,500 रुपए रंगे हाथों पकड़ा गया।
- दोनों आरोपितों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में डीएसपी सुनील तालान, निरीक्षक राहुल गजभिये, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव शामिल हैं।