नईदुनिया न्यूज़, गुजरी (धार)(Ganpati Ghat)। देश के सबसे बड़े ब्लैक स्पाट के मामले में इसी माह राहत मिल सकती है। दरअसल, मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग के राऊ खलघाट जोन के गणपति घाट में सड़क हादसे रोकने के लिए वैकल्पिक मार्ग तैयार हो गया है। शनिवार को इसका राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के भोपाल के अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
इसके बाद निर्णय लिया गया है कि एक सप्ताह में कभी भी मार्ग से आवाजाही शुरू की सकती है। संभावना यह व्यक्त की गई है कि तीन दिन में ही इस मार्ग से वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। गौरतलब है कि गणपति घाट हादसों का घाट बना हुआ है। यहां पर लगातार हादसे हो रहे हैं। अब राहत की बात है कि वर्ष 2024 के जाते-जाते सुखद स्थिति बन रही है।
वैसे तो इस मार्ग को दिसंबर में शुरू करने की बात कही जा रही थी, लेकिन शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी इस मार्ग का निर्माण कार्य देख चुके हैं। इसे शुरू करने के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। बता दें कि अधिक ग्रेडियंट यानी ढलान होने से गणपति घाट पर हादसे हो रहे थे।
ऐसे में इन हादसों को रोकने के लिए वैकल्पिक रूप से करीब 8.8 किलोमीटर का मार्ग बनाया गया, जिसकी लागत करीब 106 करोड़ रुपये रही। मार्ग को एक साल से भी कम समय में बना कर तैयार कर लिया गया है।
अब इंदौर से महाराष्ट्र की ओर जाने वाले वाहन इस नए वैकल्पिक मार्ग से गुजरेंगे। इस संबंध में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी सुमेश बांझल ने बताया कि टीम लगातार मार्ग का निरीक्षण कर रही है। इसकी वजह यह है कि हम लोग देख रहे हैं कि दिन में यातायात की क्या स्थिति बनेगी, रात में क्या स्थिति बनेगी, यहां तक कि ठंड के दिनों में कोहरे के समय क्या स्थिति रहेगी।
साथ ही वर्षा के दिनों में क्या स्थिति रहेगी। इस तरह के सारे बिंदुओं पर विमर्श करने के बाद करीब नौ किलोमीटर लंबे तीन लेन को पूर्ण रूप से आवाजाही के लायक घोषित कर दिया गया है। एक-दो दिन में हम इसे शुरू कर सकते हैं।
संभावित रूप से इस सप्ताह में हर हाल में यह मार्ग शुरू हो जाएगा। इससे देश के सबसे बड़े ब्लैक स्पाट को खत्म करने का रास्ता आसान हो गया है। इस मार्ग पर अब हादसे नहीं होंगे, इस तरह की स्थिति को लेकर हम भरोसा कर रहे हैं।