Dussehra 2023: नईदुनिया न्यूज, मनावर (धार)। धार जिले के मनावर में दशहरा पर्व पर अनूठी परंपरा है। प्राचीन समय की इस परंपरा को जीवित रखते हुए यहां गत 57 वर्ष से इस पर्व पर हास्य नाट्य का आयोजन होता आ रहा है। इसके तहत खिल्ली उड़ाने पर रावण का स्वांग रचने वाला व्यक्ति लकड़ी का पटिया लेकर लोगों को मारने दौड़ता है। खास बात यह है कि रावण का वध रामजी के बजाय हनुमानजी करते हैं। पाताल रावण व राम का युद्ध भी होता है।
आयोजन वाल्मीकि बस्ती में होता है। सर्वप्रथम राम, लक्ष्मण, जानकी तथा हनुमान के वेश में कलाकार एकत्र होते हैं। राम की सेना के साथ बालिकाएं गरबा नृत्य करती हैं। वहीं रावण की सेना के साथ बच्चे व बड़े सम्मिलित होते हैं, जो रावण को चिढ़ाते हुए हुल्लड़ मचाकर खूब परेशान करते हैं।
प्रतिक्रिया स्वरूप क्रोधित होकर अट्हास करता रावण उन्हें लकड़ी के पटिये से मारने दौड़ता है। नाट्य मंचन में रावण द्वारा सीता का हरण किया जाता है। पश्चात लक्ष्मण-मेघनाद के बीच युद्ध व हनुमान द्वारा संजीवनी बूटी लाने का प्रसंग किया जाता है। फिर रामजी की सेना व रावण के बीच सांकेतिक युद्ध होता है, जिसका दर्शक तालियां बजाकर दोनों सेनाओं में जोश भरते हैं।
यहां भी रावण की खिल्ली उड़ाई जाती है। अंत में हनुमानजी द्वारा पाताल रावण का वध किया जाता है। पाताल रावण बनने वाले ओंकार तंवर ने बताया कि पूर्वजों की अनोखी परंपरा को जीवित व कायम रखने के लिए प्रतिवर्ष यह आयोजन किया जाता है।