नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। बीती रात नालछा और उसके आसपास के गांवों में हुई मूसलधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। हालात इतने बिगड़े कि कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। खेत से लेकर घर तक हर तरफ पानी ही पानी दिखाई दिया।
नालछा-बगड़ी क्षेत्र के अधिकतर गांव प्रभावित हुए, लेकिन सबसे ज्यादा तबाही ग्राम गुलवा में दर्ज की गई है, जहां कई घरों में पानी घुस गया और ग्रामीणों का घरेलू सामान तथा घरों के बाहर रखी पक्की फसलें बह गईं।
गुलवा के ग्रामीणों के अनुसार, रात करीब 3 बजे बारिश का कहर शुरू हुआ और कुछ ही देर में गांव का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया। सोयाबीन, लहसुन और प्याज की फसलें जो या तो कटी हुई थीं या घर के बाहर रखी थीं, पानी में बह गईं।
ग्रामीणों ने बताया कि घरों में रखा सामान तैरने लगा और कई घरों के आंगन तक में पानी भर गया। ग्राम पिंटू सादगी ने अनुमानित नुकसान करीब डेढ़ से दो करोड़ रुपए बताया है।
उधर, नालछा नदी भी उफान पर रही। तेज बहाव के चलते नदी का पानी गांवों में घुस गया। द्वारकाधीश मंदिर क्षेत्र में भी जलभराव हो गया।
वहीं, बगड़ी विद्युत मंडल कार्यालय रात दो से तीन बजे के बीच पूरी तरह जलमग्न हो गया। बगड़ी पुलिया से तेज बहाव के कारण आवाजाही ठप हो गई।
बिलोदा खुर्द की पुलिया पर भी पानी बहने लगा, जिससे यातायात अवरुद्ध हो गया। ग्राम बाछनपुर में चंबल नदी में आई बाढ़ के कारण रास्ता कई घंटों तक बंद रहा और बाढ़ का पानी गांव में भी घुस गया। यहां भी कई घरों में पानी भर गया और किसानों की कटी हुई फसलें पूरी तरह खराब हो गईं।
किसानों की मेहनत पानी में बह गई है। खेतों में खड़ी और कटी हुई फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं। लगातार हो रही बारिश से खेत जलमग्न हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि राजस्व विभाग तत्काल गांवों में पहुंचकर नुकसान का सर्वे करे और उचित मुआवजा दिलाया जाए।