कपिल पारिख, नईदुनिया प्रतिनिधि, मांडू (धार) (MP Tourist Spot)। मांडू आने वाले देशी-विदेशी सैलानियों के भ्रमण को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए महत्वपूर्ण आकर्षक जुड़ रहा है। मानसून से शुरू होने वाले नवीन पर्यटन सत्र में पर्यटकों को ‘जहाज महल हेरिटेज स्ट्रीट’ (Jahaz Mahal Heritage Street) की सुविधा मिलने जा रही है। इस सड़क का कार्य 95 प्रतिशत पूरा हो चुका है। अब अपने वाहन एक किलोमीटर दूर खड़े कर पर्यटक इस स्ट्रीट पर चलकर जहाज महल पहुंचेंगे।
मांडू विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल(Mandu Tourist Place) है और यहां का जहाज महल देश के आदर्श स्मारकों में शुमार है। आसपास जल संरचनाओं से घिरे दसवीं शताब्दी में निर्मित इस महल की आकृति ऐसी है जैसे समुद्र में कोई जहाज लंगर डाले खड़ा हो, इसलिए इसे शिप पैलेस भी कहा जाता है। इस महल के महत्व को देखते हुए मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा यह हेरिटेज स्ट्रीट तैयार किया गया है।
दरअसल, दो वर्ष से हेरिटेज स्ट्रीट के निर्माण का कार्य चल रहा है। स्वीकृति के बाद विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और विधायक कालू सिंह ठाकुर इस योजना को लेकर सक्रिय दिखे। इसके चलते यह सुविधा पर्यटन नगरी को मिली है।
पूरे क्षेत्र को पर्यटन(Madhya Pradesh Tourism) के दृष्टिकोण से सुविधायुक्त बनाने के प्रयास किए गए हैं। जहाज महल परिसर के बाहर पार्किंग स्थान के साथ चार महत्वपूर्ण स्थान पर हेरिटेज लुक में सर्वसुविधायुक्त सुविधाघर भी बनकर तैयार हो चुके हैं।
जहाज महल जाने वाले पर्यटकों को अब अपने वाहन लगभग एक किलोमीटर पहले ही पार्क करने होंगे। इसके बाद इस खूबसूरत मार्ग पर पैदल चलकर जाना होगा। पर्यटन को ऐतिहासिक और यादगार अनुभव देने के उद्देश्य से इस मार्ग को आकर्षक रूप दिया गया है।
आसपास क्षेत्र में लाल पत्थर से निर्माण कार्य किया गया है, जिससे इसकी सुंदरता और बढ़ गई है। ऐसे पर्यटक जो पैदल चलने में असमर्थ होंगे, उनके लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इससे न सिर्फ पर्यटकों को सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
जहाज महल हेरिटेज स्ट्रीट का कार्य मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जा रहा है, जो 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। पर्यटकों की सुविधाओं को देखते हुए विशाल पार्किंग क्षेत्र के साथ सर्वसुविधा युक्त सुविधाघर भी बनकर तैयार है। जहाज महल आने वाले लाखों पर्यटकों को एक नया अनुभव मिलने वाला है। - डीके परिहार, ईई, प्रदेश पर्यटन विकास निगम