
नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थिति ऐतिहासिक भोजशाला की मुक्ति आंदोलन की कड़ी में भोज उत्सव समिति की ओर से मंगलवार को सत्याग्रह का आयोजन किया गया है। इसके चलते सुबह हनुमान चालीसा पाठ एवं पूजन का आयोजन होगा। इसमें बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग एकत्रित होने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक मंगलवार को भोजशाला में हिंदू समाज को पूजा की अनुमति प्राप्त है। इसके लिए प्रत्येक सप्ताह बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं।
वहीं, भोजशाला में सरस्वती मंदिर और यहां वाग्देवी की मूर्ति की पुनर्स्थापना के लिए लंबे समय से आंदोलन कर रही भोज उत्सव समिति की रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर में बुलाई गई बैठक में आगामी 23 जनवरी 2026 को वसंत पंचमी पर सरस्वती जन्मोत्सव भव्य रूप से मनाने का निर्णय लिया गया। बैठक में समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि इस बार बसंत पंचमी शुक्रवार होने के बावजूद भोजशाला में सिर्फ पूजन करने वालों को ही प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए, अन्य को नहीं।
समिति के अध्यक्ष सुरेश जलोदिया और वरिष्ठ संरक्षक अशोक जैन का कहना है कि पुरातत्व विभाग के सात अप्रैल 2003 के आदेश के अनुपालन के अनुसार वसंत पंचमी पर पूरे दिनभर अखंड पूजा करने का मानस बन चुका है। किसी भी हालत में भोजशाला के सरस्वती मंदिर में वसंत पंचमी की पूजा रोकी नहीं जाएगी, उसे जारी रखा जाएगा।
समिति ने हिंदू समाजजन से प्रत्येक मंगलवार को नियमित सत्याग्रह में आने का आह्वान भी किया है। बता दें कि प्रत्येक शुक्रवार को भोजशाला में मुस्लिम पक्ष के लोग नमाज पढ़ते हैं। ऐसे में, इस बार शुक्रवार को वसंत पंचमी का आयोजन प्रशासन के लिए चुनौती है।