आर्थिक तंगी से जूझने को मजबूर सैनिकों का परिवार
बजट की कमी के चलते बताई जा रही समस्या
डिंडौरी। नईदुनिया प्रतिनिधि
जिले में सेवाएं दे रहे होमगार्ड सैनिकों के साथ गोपनीय सैनिक का पूरा परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। आलम यह है कि जिले भर में पदस्थ 97 होमगार्ड सैनिकों को दो माह से और 25 गोपनीय सैनिकों को चार माह से वेतन नहीं मिल पाया है। भोपाल स्तर से आवंटन न मिलने के चलते यह समस्या लगातार बढ़ रही है। विभागीय अधिकारी भी बजट न आने की समस्या बता रहे हैं। इन सबके बीच कम वेतन में थाना, पुलिस चौकी के साथ अधिकारियों के बंगलों में सेवाएं देने वाले होमगार्ड सैनिक तो परेशान हैं ही, उनका परिवार भी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। रोजमर्रा की जरुरत की सामग्री सहित बच्चों की स्कूल की फीस आदि के लिए भी होमगार्ड और गोपनीय सैनिकों को परेशान होना पड़ रहा है।
परिवार भी हो रहा परेशान
वेतन की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। कम वेतन मिलने की समस्या तो है ही, साथ ही नियमित तौर पर वेतन न मिलने के चलते परेशानी बढ़ गई है। होमगार्ड सैनिकों को वेतन न मिलने का कारण आवंटन न आना बताया जा रहा है। विभागीय अधिकारी पत्राचार भी वरिष्ठ कार्यालयों में आवंटन के लिए कर रहे हैं, लेकिन बजट न आने से वेतन का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। होमगार्ड सैनिकों द्वारा लगातार वेतन के लिए अधिकारियों से बात तो की जाती है, लेकिन उन्हें आवंटन न आने की समस्या बताई जा रही है।
इनका कहना है
भोपाल स्तर से ही आवंटन न आने से होमगार्ड सैनिकों को दो माह से और गोपनीय सैनिकों को चार माह से वेतन नहीं मिल पा रहा है। आवंटन के लिए भी कोई सार्थक जवाब वरिष्ठ कार्यालय से भी नहीं मिल पा रहा है। सैनिक समस्या में तो हैं ही, परिवार भी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। अपने स्तर से आवंटन के लिए प्रयास तो कर रहे हैं।
एलके उद्दे
डिस्ट्रक्ट होमगार्ड कमांडेंट डिंडौरी।