नईदुनिया प्रतिनिधि, डिंडौरी। आदिवासी बहुल जिले डिंडौरी के चार निजी वेयर हाउस सहित एक सरकारी गोदाम में 6800 मेट्रिक टन चावल में लगे कीड़े की जांच करने भोपाल से दो सदस्यीय टीम सोमवार को डिंडौरी पहुंची। जांच टीम के निरीक्षण में भी वेयर हाउस में रखे चावल में कीड़े बिलबिलाते मिले। कीड़े लगे चावल का सैंपल लेकर जांच टीम देर रात भोपाल रवाना हो गई है। चावल के सैंपलों की भोपाल के लैब में जांच होगी। आगामी तीन दिनों में जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद विभागीय अधिकारी आगे की कार्यवाही प्रस्तावित करेंगे।
गौरतलब है कि 27 करोड़ से अधिक के 6800 मैट्रिक टन चावल में कीड़े लगने का मामला दिसंबर 2024 में सामने आया था। वर्ष 2023-24 का गोदामों में रखा चावल सही देखरेख न होने के चलते बर्बाद होता गया। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि संबंधित चावल वर्तमान स्थिति में जानवरों के खाने लायक भी नहीं बचा है। नईदुनिया में इस बड़ी अनियमितता को प्रदेश भर में प्रमुखता से उजागर करने के बाद बनाई गई जांच टीम ने भोपाल से आकर भी बर्बाद हुए चावल का हाल देखा। इस मामले में जांच टीम ने भी वेयर हाउस संचालकों सहित विभागीय अधिकारियों की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं।
भोपाल से आया जांच दल सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचा। सबसे पहले नागरिक आपूर्ति निगम के जिला कार्यालय पहुंचकर दस्तावेज लिए। यहां से सबसे पहले टीम अग्रवाल वेयर हाउस पहुंची। यहां बर्बाद हो रहे चावल का सैंपल लिया। जांच टीम के अधिकारी ही खराब चावल के बोरों को अलग कराने के निर्देश देते नजर आए। यहां से जांच दल बाइपास के खनूजा वेयर हाउस भी पहुंचा। निगवानी गोदाम पहुंचकर भी सैंपल लिए गए। यहां जांच टीम ने खराब हुए चावल का सैंपल लेने के साथ नए चावल का भी सैंपल लिया है।
दोपहर बाद जांच टीम मेकलसुता वेयर हाउस मडियारास पहुंची। यहां भी चावल में कीड़े बिलबिलाते मिले। टीम अंत में मां नर्मदा वेयर हाउस भी गई। सभी जगह से सैंपल लेकर टीम जिला कार्यालय वापस पहुंची। अग्रवाल वेयर हाउस में जब जांच के दौरान मीडियाकर्मी पहुंचे तो भोपाल से आई जांच टीम द्वारा फोटोग्राफी करने से रोकते हुए अनुमति पत्र भी मांगा, इसको लेकर भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
'एमडी सर के निर्देशन में सभी वेयर हाउस में रखे चावल की जांच की गई है। देखरेख के अभाव में सभी जगह चावलों में कीड़े लग गए हैं। यह सबसे बडी समस्या है। सभी वेयर हाउस के चावलों का सेंपल भोपाल लेकर जा रहे हैं। तीन दिन में भोपाल लैब में संबंधित चावलों की जांच के बाद रिपोर्ट आएगी। उस आधार पर आगे की कार्यवाही होगी। वेयर हाउस संचालकों को कीटनाशक दवाओं के माध्यम से चावल में लगे कीड़े नष्ट कराकर इनकी सफाई कराने के निर्देश दिए गए हैं। आगे जो निर्देश मिलेंगे उस आधार पर कार्यवाही होगी।'
- सैययद तसव्वुर मोहम्मद आबिदी, गुणवत्ता नियंत्रक मुख्यालय भोपाल।