नईदुनिया प्रतिनिधि, डिंडौरी। जिले में शिक्षकों और अधीक्षकों के मनमानी तरीके से किए गए थोकबंद तबादलों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मध्य प्रदेश शासन ने इन तबादला आदेशों को निरस्त कर दिया था, लेकिन आदेश के पांच दिन बाद भी जिला स्तर पर अमल न होने का मामला अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक पहुंच गया है।
शहपुरा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे और भाजपा जिला अध्यक्ष चमरू सिंह नेताम ने जबलपुर में कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने जिले में जनजाति कल्याण विभाग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि शासन के आदेशों की अनदेखी की जा रही है। इससे शिक्षक और अधीक्षक पशोपेश की स्थिति में हैं।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने नई दुनिया से चर्चा में बताया कि मुख्यमंत्री से पूरी जानकारी साझा की गई है। मुख्यमंत्री ने भी स्वीकार किया कि जिले में मनमानी तबादलों का मामला उनकी जानकारी में है और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
तबादला आदेशों के निरस्त होने के बावजूद उनका अमल न होने से मामला लगातार चर्चाओं में बना हुआ है। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि शासन की मंशा के विपरीत जिला स्तर पर अधिकारियों द्वारा ढिलाई बरती जा रही है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि इस पर जल्द ठोस कार्रवाई होगी।