नईदुनिया प्रतिनिधि, शहपुरा। जिले के शहपुरा अनुविभाग में एसडीएम पद पर पदस्थ निशा नापित की रविवार को संदिग्ध परिस्थितियाें में मौत होने का मामला सामने आया है। दोपहर साढे तीन बजे एसडीएम निशा नापित को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उनके पति द्वारा अमले के साथ लाया गया। जांच के बाद डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जहां एक ओर एसडीएम बंगले को सील कर दिया गया है, वहीं बालाघाट से एफएसएल टीम जांच के लिए बुलाई गई है।
मृतक निशा नापित के मायके पक्ष को घटना की जानकारी दी गई है। बताया गया कि आज सोमवार को परिजनों के आने के बाद ही पोस्ट मार्टम की कार्यवाही होगी। सूचना मिलते ही कलेक्टर विकास मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने मौके पर पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली है।
मीडिया से चर्चा के दौरान एसडीएम के पति मनीष शर्मा ने बताया कि उनकी तबियत शनिवार की रात से ही खराब थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी लगते ही बडी संख्या में लोगों का अस्पताल में जमावडा भी लग गया था। बंगला सील करने के पहले पुलिस की मौजूदगी में एसडीएम के पति द्वारा आवश्यक सामान निकाले गए। एसडीएम की मौत के बाद उनके पति सहित बंगले के कर्मचारियों से भी पुलिस द्वारा पूछताछ की गई है।
एसडीएम निशा नापित छत्तीसगढ अंबिकापुर के चौपडा कालोनी निवासी थीं। उनके पिता ज्ञानचंद नापित का भी निधन हो चुका है। 22 दिसंबर 1973 उनका जन्मदिवस था। लगभग 51 वर्षीय निशा नापित ने 15 मार्च 2003 को नायब तहसीलदार के पद पर सेवाएं शुरू की थीं। पदोन्नति होकर पहले वे तहसीलदार बनी और उसके बाद वे डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ हुई थीं।
विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी उत्कृष्ट सेवाएं दी थीं। उन्होंने शासन को अपने नौकरी संबंधित जानकारी में अपनी बडी बहन नीलिमा नापित और भांजे स्वप्निल नयन का नाम लिखाया है। पारिवारिक विवरण में उनके पति मनीष शर्मा का भी नाम है। एमए और एलएलबी तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद निशा नापित ने पीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
एसडीएम के पति मनीष शर्मा मप्र के ग्वालियर न्यू सिटी सेंटर निवासी हैं जो कि प्रापर्टी डीलिंग का काम करते हैं। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि वे 26 जनवरी को ही शहपुरा आएं हैं। शनिवार को निशा व्रत थीं। मनीष ने बताया कि उनकी पत्नी के एक लंग्स काम नहीं करता था। शाम को उन्होंने दो अमरूद खा लिए। अमरूद खाने के लिए मैंने मना किया था। सांस लेने में उन्हें परेशानी भी होती थी।
रात लगभग दस बजे उन्हें उल्टी आई और नाक से ब्लड भी निकला। मैंने दवाई लेने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने नहीं ली। रविवार को सुबह उन्हें फिर वहीं अधिक समस्या आई। मैंने फिर दवा लेने और डाक्टर को दिखाने के लिए कहा, लेकिन वे नहीं मानी। इसीलिए मेरी उनसे बहस भी हुई और मैं बाहर निकल गया। उन्होंने बताया कि दोपहर दो बजे जब मैं उनके कमरे गया तो मैंने सोचा कि उठाकर उन्हें खाना खिला दूं। उठाने पर वे नहीं जगीं। ड्राइवर के साथ मैं उन्हें अस्पताल ले गया जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
एसडीएम की मौत पर उनके पति सहित बंगले के कर्मचारियों से भी जानकारी ली गई है। बंगला सील कर दिया गया है। एलएसएल की टीम आकर मामले की जांच करेगी। उनकी बहन सहित अन्य परिजनों के आने पर सोमवार को सुबह पोस्ट मार्टम होगा। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। परिजनों के बताए अनुसार वे बीमार भी रहती थीं।
अखिल पटेल, पुलिस अधीक्षक डिंडौरी
एसडीएम निशा नापित को जब स्वास्थ्य केंद्र लाया गया तो उनकी मौत हो चुकी थी। पूरी जांच के बाद यह जानकारी मौके पर मौजूद लोगों को दी गई थी। पोस्ट मार्टम अभी नहीं हुआ है। पोस्ट मार्टम होने के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकता है।
डा. रत्नेश द्विवेदी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुरा।