गुना। संस्कृत भारती मध्य भारत प्रांत गुना के तत्वावधान में गीता जयंती उत्सव सरस्वती शिशु मंदिर गौशाला में आयोजित हुआ। इस अवसर पर जिला संयोजक रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि सर्वप्रथम गीता ग्रंथ पूजन, भारत माता पूजन एवं गीता गायक श्रीकृष्ण पूजन, स्वस्तिवाचन ध्येय मंत्र गायन हुआ। संस्कृत गीत सुरस सुबोधा विश्व मनोज्ञा का गायन जिला संयोजक रमेश चंद्र शर्मा द्वारा किया गया। गीता के प्रथम अध्याय अर्जुन विषाद योग के श्लोकों का पाठ आचार्य वेणीप्रसाद वशिष्ठ द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला परियोजना अधिकारी रामेश्वर दयाल चौबे द्वारा उद्बोधन दिया गया कि हमें अपने जीवन में शांति के लिए भगवान श्रीकृष्ण की शरण में जाकर सब कुछ उनके ऊपर छोड़ देना चाहिए। आचार्य वाचष्पति शुक्ल वेद विद्यालय आवन के प्रधानाचार्य वेणीप्रसाद ने कहा कि जिस प्रकार किसान कम बीज द्वारा कई गुना अधिक फसल उपजा लेता है वैसे ही हम कम संख्या में भी धर्म के मार्ग पर चलकर आने वाली पीड़ी को बड़ी संख्या में आम लोगों तक संस्कृति का प्रचार कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन नगर संयजक नरेंद्र भारद्वाज ने किया। इस अवसर पर मदन मोहन वशिष्ट, सुभाष त्रिवेदी, मनोज सोनी, यश शर्मा, बीएम शर्मा, राजमणि दुबे, अमन साहू, शिव प्रकाश शर्मा, मुकेश पाल, हिम्मत सिंह, साकेत रघुवंशी, आशुतोष शर्मा, उदय कांत भारद्वाज, नरेंद्र भारद्वाज, रमेश चंद्र शर्मा, बेनी प्रसाद वशिष्ठ, आरडी चौबे आदि उपस्थित रहे। अंत में उदय कांत भारद्वाज ने आभार माना। वहीं बमोरी के आजरोड़ा में आयोजित कार्यक्रम में गीता जयंती में गीता ग्रंथ पूजन, ध्येय मंत्र, संस्कृत गीत गायन हुआ। अंकित शुक्ला द्वारा संस्कृत भाषा मे संबोधित किया गया। इस अवसर पर गुना विभाग संयोजक महेंद्र सिंह रघुवंशी, उत्तम सिंह कुशवाह, रमेशदत्त शर्मा उपस्थित रहे।