गुना। नवदुनिया प्रतिनिधि

शहर के शास्त्री पार्क में चौपाटी के कुछ दुकानदार एक 13 वर्ष के अनाथ बालक को दिन में गुटखा खिलाकर बर्तन साफ करवाते थे। शोषण का शिकार बालक रात को भाग न जाए इसलिए शराब पिलाते थे। नशे की हालत में बालक कड़कड़ाती ठंड में रामलीला मंच पर ही सो जाता था। इस बालक के पास सर्दी भगाने न तो ऊनी कपड़े थे और न ही ठंड से रात में राहत देने रजाई और गद्दे। बीते रोज किशोर पुलिस ईकाई टीम को यह बालक दयनीय और लावारिस हालत में घूमता मिला। पुलिस ने बालक को चाइल्ड लाइन के माध्यम से सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया है, जिसने बच्चे की देखरेख के लिए चाइल्ड लाइन में आठ दिन तक रुकने का आदेश दिया है। पुलिस अधीक्षक राजीवकुमार मिश्रा ने बताया कि 13 वर्ष के बालक का शोषण करने वाले और नशा कराने वाले लोगों के संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है। साथ ही बच्चे का शोषण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने आओ बचाएं बचपन अभियान की शुरूआत कर दी है। शहर के विभिन्ना चौराहों पर महिलाएं और छोटे बच्चे भीख मांगते हैं, साथ ही होटल और ढाबों में काम करने वाले बच्चों की निगरानी कर उन्हें मुक्त कराने का काम किया जाएगा। हालांकि, पुलिस के पास जानकारी पहुंची है कि सबसे अधिक चांचौड़ा क्षेत्र के ढाबों पर बच्चे काम करते हैं, उनकी काउंसिलिंग पुलिस करेगी। अगर बच्चों और महिलाओं का कोई शोषण करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

आसपास के लोगों ने जब अनाथ की कहानी सुनाई, तो पुलिस की आंखे फटी रह गईं

किशोर पुलिस ईकाई टीम को जब शास्त्री पार्क से 13 वर्ष का बालक दयनीय हालत में मिला, तो उन्होंने आसपास के लोगों से बालक के बारे में जानकारी जुटाई। लोगों ने पुलिस से कहा कि इस बालक के पिछले कई महीने से चौपाटी वाले शोषण कर रहे हैं। दिन में बालक को केवल गुटखा और पाउच खिलाकर बर्तन धुलवाए जाते थे, तो रात में बालक को शराब का सेवन करा दिया जाता था, ताकि भाग न सके। इस बालक के साथ दुकानदार अभ्रदता भी करते थे। पहनने तक को अच्छे कपड़े भी नहीं देते थे। पुलिस अब इस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस ने जब इस बालक की कहानी आसपास के लोगों से सुनी, तो उनकी आंखे भी नम हो गईं।

Posted By: Nai Dunia News Network

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