नईदुनिया प्रतिनिधि, गुना। जिले के कुंभराज रेलवे स्टेशन की इमारत का एक हिस्सा गुरुवार सुबह अचानक धंस गया। स्टेशन भवन की दीवारें दरक गईं और छत लटकने के साथ उसका मलबा भी नीचे गिर गया। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्टेशन मास्टर और अन्य रेलकर्मियों ने भागकर जान बचाई। गनीमत यह रही कि उस समय कोई यात्री गाड़ी स्टेशन पर नहीं थी, वरना यात्री भी वहां मौजूद होते तो बड़ा हादसा हो सकता था।
लोगों की आवाजाही रोकी
बताया गया कि गुरुवार को सुबह पांच बजे रेलवे स्टेशन का भवन अचानक गिरने लगा। यात्री प्रतीक्षालय और टिकट खिड़की के पास का हिस्सा पूरी तरह अचानक भरभराकर गिर गया। इसके बाद स्टेशन पर लोगों की आवाजाही रोक दी गई। भवन गिरने से कंप्यूटर, सीसीटीवी कैमरे प्रभावित हुए। ऐसे में, एनाउंस कर टिकट वितरण न हो सकने और यात्रियों को अन्य रेलवे स्टेशन से टिकट लेने कहा गया। प्रशासन के अधिकारियों और रेलवे की तकनीकी टीम ने भी निरीक्षण किया।
बता दें कि क्षतिग्रस्त हुआ कुंभराज रेलवे स्टेशन का भवन करीब 57 वर्ष पहले बना था। रेलवे स्टेशन प्रबंधक विनोद मीणा के अनुसार, कुल 35 रेलकर्मी इस स्टेशन पर कार्यरत हैं। घटना के बाद साबरमती, कोटा-इंदौर, नागदा-बीना समेत कई ट्रेनों में यात्रियों को टिकट नहीं मिले, नतीजतन, वे बिना टिकट ही ट्रेनों में सवार हुए।
भोपाल रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी नवल अग्रवाल ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर रेलवे स्टेशन के भवन के क्षतिग्रस्त होने की जांच तकनीकी टीम कर रही है।