नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। उत्तर प्रदेश के आगरा से ग्वालियर में आकर एक के बाद एक ठगी की पांच वारदातों को अंजाम देने वाले एक ही परिवार के पांच लोगों को जनकगंज थाना पुलिस ने पकड़ा है। इसमें दो महिलाएं, दो किशोर और एक युवक शामिल हैं। किशोर बुजुर्ग महिलाओं को पता पूछने के बहाने रोकते थे, तभी महिलाएं और युवक नोटों की गड्डी दिखाते थे। बातों में उलझाकर गहने उतरवा लेते थे। हाल ही में जनकगंज क्षेत्र में वारदात की थी। इसके बाद पुलिस ने करीब 350 सीसीटीवी कैमरे खंगाले।
इन कैमरों के जरिये ही ठग परिवार के भागने का पूरा रूट खंगाला। पुलिस ने ग्वालियर-मुरैना बार्डर पर बानमोर से इन्हें गिरफ्तार कर लिया। इनसे गहने और रुपये बरामद भी हुए हैं। अभी इनसे और पूछताछ जारी है। जनकगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत रतन कॉलोनी में रहने वालीं 70 वर्षीय लक्ष्मी अग्रवाल के साथ तीन दिन पहले ठगी की वारदात हुई थी। उनसे किशोर ने धौलपुर का पता पूछा। इसके बाद युवक आया। बातों में उलझाकर मंदिर से करीब आधा किलोमीटर दूर तक ले गए। इनके कान के टॉप्स और दो सोने की और एक चांदी की अंगूठी उतरवा ले गए।
इस मामले में जनकगंज थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर पड़ताल शुरू की थी। जनकगंज थाना पुलिस को सफलता मिली और आरोपित पकड़े गए। इन तीन आरोपितों के अलावा दो किशोर भी गैंग में शामिल। 1- सीता (32)पत्नी किशोर चौहान- आवास विकास कालोनी, बोदला चौराहा, आगरा। 2- दीपा(28) पत्नी सूरज बघेल- आवास विकास कालोनी, बोदला चौराहा, आगरा। 3- कार्तिक(38) पुत्र बाबूलाल बघेल- आवास विकास कालोनी, बोदला चौराहा, आगरा।
जीवाजीगंज में वृद्धा से जेवरात ठगना।- कोतवाली क्षेत्र में गहने ठगे।- उपनगर ग्वालियर में महिला से गहने उतरवाए।- जनकगंज में दो माह पहले भी एक घटना की थी। - इंदरगंज में महिला के गहने उतरवाए।
कानों के टॉप्स, दो सोने की अंगूठी, चांदी के अंगूठी, दो लाख रुपये।
जनकगंज थाना प्रभारी अतुल सोनी ने नईदुनिया को बताया कि यह लोग वारदात करने के बाद टेंपो, बस से शहर छोड़ देते थे। शहर के एंट्री प्वॉइंट पर रुकते हैं। हर छह माह में अपना ठिकाना बदल देते हैं। आशंका है कि इन लोगों ने दूसरे राज्यों में भी इस तरह की घटनाएं की हैं। आगरा पुलिस से इनके आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी मांगी गई है। ग्वालियर थाना पुलिस ने ठगी के बाद एफआईआर ही नहीं की।
ग्वालियर थाना क्षेत्र के अंतर्गत छह फरवरी को विमला पचौरिया के गहने इसी गैंग ने ठगे थे। उन्होंने थाने पहुंचकर शिकायत की थी, लेकिन थाने के स्टाफ ने बगैर एफआईआर के ही लौटा दिया। बीते रोज गैंग पकड़ गई, जब जनकगंज थाना पुलिस ने पूछताछ की तब उपनगर ग्वालियर में भी ठगी का राजफाश हुआ। इसके बाद ग्वालियर थाना पुलिस ने शिकायती आवेदन पर एफआईआर लिखी।