
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। चांदी के गहनों पर सोने की परत चढ़ा और 22 कैरेट का नकली हॉलमार्क लगाकर बैंक में गिरवी रखकर लोन निकालने का राजफाश हुआ है। यह फर्जीवाड़ा इंडियन ओवरसीज बैंक के कर्मचारियों और गहनों की जांच करने वाले बीपी ज्वेलर्स की मिलीभगत से हुआ है। बैंक प्रबंधन को जब फर्जीवाड़े का पता लगा तो शाखा प्रबंधक ने महाराजपुरा थाने के कई बार चक्कर काटे, लेकिन एफआईआर नहीं हुई। फिर कोर्ट में गुहार लगाई।
कोर्ट के आदेश पर कर्ज लेने वाली महिला, बीपी ज्वेलर्स और लोन निकालने में मदद करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। अब पुलिस इस मामले में आरोपितों को गिरफ्तार करेगी। अभी दस्तावेजों के आधार पर एफआईआर हुई है। बैंक के किन कर्मचारियों ने इस फर्जीवाड़े में मदद की, उनके नामों का पर्दाफाश पुलिस करेगी।
दीनदयाल नगर स्थित बी-ब्लाक में रहने वाली पूनम सिरोलिया द्वारा जय अटल के साथ मिलकर 30 सितंबर 2020 को बैंक में गहने गिरवी रखे थे। इसके बदले में दो लाख 14 हजार 800 रुपये का लोन निकाला था। जब बैंक से लिया कर्ज नहीं लौटाया तो प्रबंधन द्वारा नोटिस जारी किया गया। नोटिस का भी जवाब नहीं दिया गया। कर्ज न लौटाने की स्थिति में बैंक द्वारा कर्जदार द्वारा गिरवी रखा गया सोना नीलाम किया जाता है। जिन गहनों को गिरवी रखकर लोन लिया था, उन गहनों की जांच कराकर गहनों को तोड़ा जाता है।
जब गहनों को तोड़ा गया तो अंदर से चांदी निकली। गहनों के ऊपर सोने की परत चढ़ी थी, इन पर हॉलमार्क भी फर्जी लगा था। जब यह फर्जीवाड़ा खुला तो शाखा प्रबंधक द्वारा कर्जदार, उस समय गहनों की जांच की रिपोर्ट लगाने वाले बीपी ज्वेलर्स व कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए महाराजपुरा थाने में आवेदन दिया। कई बार थाने के चक्कर लगाए, लेकिन एफआईआर नहीं लिखी गई। जब मामला कोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने एफआईआर के आदेश दिए। कोर्ट के आदेश के बाद महाराजपुरा थाने में एफआईआर दर्ज की गई।
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बैंक प्रबंधन द्वारा महाराजपुरा थाने में शिकायत की सुनवाई न होने पर ईओडब्ल्यू कार्यालय में भी शिकायत की गई। इस मामले में ईओडब्ल्यू द्वारा महाराजपुरा थाना और ग्वालियर पुलिस के अधिकारियों को पत्राचार किया गया। जब एफआईआर नहीं हुई तो कोर्ट में गुहार लगाई गई।
महाराजपुरा सर्किल सीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार ने कहा कि बैंक में गहने गिरवी रख लोन निकालने का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है। जल्द ही आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।