नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। कलेक्ट्रेट में मंगलवार को हुई जनसुनवाई में उस वक्त हंगामा हो गया, जब अवैध कॉलोनी की शिकायत लेकर पहुंचे एक युवक और डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार में तीखी बहस हो गई। बहस ऐसी बढ़ी कि सिटी सेंटर तहसीलदार कुलदीप दुबे ने युवक को खींच लिया, उसे घसीटा, जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा और उसका मोबाइल टूट गया। पुलिस ने युवक को हिरासत मे ले लिया है। हिरासत में लिया गया मिथुन परिहार मुरार क्षेत्र के करगवां गांव का रहने वाला है।
वह करगवां और बड़ागांव के बीच बन रही अवैध कॉलोनी की शिकायत लेकर जनसुनवाई में पहुंचा था। मिथुन का आरोप है कि वहां सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कॉलोनी बनाई जा रही है, जिससे क्षेत्रवासी परेशान हैं। वह पिछले तीन वर्षों से इस मामले की शिकायत कर रहा है। 14 मार्च 2023 को भी जनसुनवाई में आवेदन दे चुका है, लेकिन हर बार उसे केवल आश्वासन दिया जाता है, कार्रवाई नहीं होती।
मंगलवार को भी मुरार तहसीलदार मधुलिका सिंह तोमर ने उसकी शिकायत सुनकर फिर आश्वासन दे दिया, जिससे वह नाराज हो गया और बोला आखिर कब होगी कार्रवाई? इसी बात को लेकर उसके साथ हाथापाई की गई। मिथुन की तीखी प्रतिक्रिया के बाद जनसुनवाई में मौजूद डिप्टी कलेक्टर अनिल राघव, एसडीएम विनोद सिंह, तहसीलदार शिवदत्त कटारे ने उसे चुप कराने की कोशिश की, लेकिन वह लगातार सवाल करता रहा।
इसी बीच सिटी सेंटर तहसीलदार कुलदीप दुबे पहुंचे और उसे बाहर करने लगे। जब मिथुन ने तहसीलदार दुबे से कहा, हाथ मत लगाओ, तो तहसीलदार ने उसे जबरन खींचा जिससे वह नीचे गिर गया और उसका मोबाइल टूट गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और अधिकारियों की शिकायत पर मिथुन को पकड़कर थाने ले गई।
युवक जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचा था। उससे कहा गया था कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन वह बात सुनने को राजी नहीं था। इसलिए पुलिस को बुलाकर उसे बाहर किया गया। उसके साथ कोई मारपीट नहीं की गई।
- कुलदीप दुबे, तहसीलदार, सिटी सेंटर
युवक को जनसुनवाई में मौजूद सभी अफसरों ने काफी समझाया, लेकिन वह किसी की बात सुनने को तैयार नहीं था। ऐसे में उसे जनसुनवाई से बाहर किया गया।
- अनिल राघव, डिप्टी कलेक्टर।