शाहाना की बड़ी बहन और देवर के साथ ईको कार में बैठती दिखी आकांक्षा
सीमा सुरक्षा बल की दो महिला प्रशिक्षकों के लापता होने के मामले में हर रोज नया खुलासा हो रहा है। अब पश्चिम बंगाल की रहने वाली महिला प्रशिक्षक शाहाना खातून की बड़ी बहन और बहन के देवर अकछद कारीगर की एंट्री हुई है। पश्चिम बंगाल के बहरामपुरा स्थित बीकन अस्पताल में शाहाना का बेटा भर्ती था।
Publish Date: Sun, 07 Jul 2024 09:00:24 AM (IST)
Updated Date: Sun, 07 Jul 2024 09:00:24 AM (IST)
बीएसएफ कांस्टेबल सााहना व अकांछाHighLights
- महिला प्रशिक्षकों के लापता होने का मामला...
- ग्वालियर पुलिस की टीम पश्चिम बंगाल रवाना
- इस मामले में खुफिया एजेंसी भी अलर्ट मोड पर हैं
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। सीमा सुरक्षा बल की दो महिला प्रशिक्षकों के लापता होने के मामले में हर रोज नया खुलासा हो रहा है। अब पश्चिम बंगाल की रहने वाली महिला प्रशिक्षक शाहाना खातून की बड़ी बहन और बहन के देवर अकछद कारीगर की एंट्री हुई है। पश्चिम बंगाल के बहरामपुरा स्थित बीकन अस्पताल में शाहाना का बेटा भर्ती था। यहां शाहाना और आकांक्षा पहुंची। शाहाना की बड़ी बहन ने रुपये और एक मोबाइल दिया।
इसके बाद शाहाना, आकांक्षा और उसकी बड़ी बहन व देवर सिल्वर रंग की ईको गाड़ी में बैठकर निकल गए। इसके बाद शाहाना खातून आकांक्षा को लेकर पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में स्थित अपने गांव मजलिशपुर, करीमपुर तक ले गई। इस मामले में ग्वालियर की बिलौआ थाना पुलिस ने इस पूरी कहानी और जिस तरह से पूरे षड़यंत्र के साथ आकांक्षा निखर को ले जाया गया, उसके चलते अपहरण की एफआइआर दर्ज की है।
ग्वालियर पुलिस पश्चिम बंगाल के लिए रवाना
ग्वालियर पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गई है। इस मामले में खुफिया एजेंसी भी अलर्ट मोड पर हैं, क्योंकि दोनों ही ग्वालियर के टेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल की सहायक प्रशिक्षण केंद्र इकाई में प्रशिक्षक थीं। नदिया जिले से बांग्लादेश बार्डर की दूरी भी अधिक नहीं है। इसलिए बांग्लादेश बार्डर पर सीमा सुरक्षा बल और खुफिया एजेंसी भी अलर्ट हैं।
छह जून से लापता हैंं दोनोंं प्रशिक्षक
टेकनपुर के सहायक प्रशिक्षण केंद्र में पदस्थ शाहाना खातून निवासी मोतीझील रोड, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल और आकांक्षा निखर निवासी जबलपुर 6 जून से लापता हैं। इस मामले में पूर्व में गुमशुदगी दर्ज थी, लेकिन आकांक्षा की मां की शिकायत पर बिलौआ पुलिस ने शाहाना खातून और उसके स्वजनों पर अपहरण की एफआइआर दर्ज की है।
शहाना व उसके स्वजन की मिलीभगत के संकेत
- जिस तरह की स्थिति में दोनों लापता हुई, उससे शाहाना खातून और उसके स्वजनों की मिलीभगत इसमें सामने आ रही है। शाहाना और आकांक्षा मोबाइल तो यहीं छोड़ गए, लेकिन अलग-अलग मोबाइलों का इस्तेमाल कर शाहाना अपने स्वजनों के संपर्क में रही। आकांक्षा ने अपने घर में किसी से बात नहीं की। शाहाना और आकांक्षा के जो फुटेज सामने आए हैं, उसके शाहाना के इशारों पर आकांक्षा चल रही है। शाहाना की बहन का बेटा बीकन अस्पताल में भर्ती था।
- वह बहरामपुर रेलवे स्टेशन से सीधे यहां आकांक्षा को लेकर पहुंची। इसके बाद आकांक्षा को ईको कार से शाहाना, उसकी बहन और उसकी बहन का देवर ले गए। जब आकांक्षा की मां शाहाना के घर पहुंची तो उसके पिता मिले, उन्होंने आकांक्षा की मां को भगा दिया। आकांक्षा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।