बारिश के मौसम में दीवाना बनाता है,देशी घी से बना आलू भल्ला
आसमान से टिपटिप गिरती पानी की बूंदों में भीगते हुए आलू की टिक्की का नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है। इंडियन स्ट्रीट फूड के तौर पर आलू की टिक्की बहुत मशहूर है।आलू भल्ला तैयार करने के लिये सबसे पहले आलू को उबालते हैं। आलू उबलने के बाद उनका छिलका उतार कर किसकर बारीक किया जाता है। इसके बाद आलू में अरारोट और चने की दाल पावडर मिलाकरबनायाजाताहै।
Publish Date: Sat, 17 Aug 2024 02:06:36 PM (IST)
Updated Date: Sat, 17 Aug 2024 02:06:36 PM (IST)
फूलबाग चौपाटी पर आलू की टिक्की का ठेलाHighLights
- बारिश का मौसम हो तो चटपटा खाने को मन ललचाने लगता है
- इंडियन स्ट्रीट फूड के तौर पर आलू की टिक्की बहुत मशहूर है
- ग्वालियर चौपाटी पर दूर-दूर से लोग आलू टिक्की चाट खाने के लिए पहुंचते हैं
राकेश वर्मा. नईदुनिया प्रतिनिधि। बारिश का मौसम हो तो चटपटा खाने को मन ललचाने लगता है। आसमान से टिपटिप गिरती पानी की बूंदों में भीगते हुए आलू की टिक्की का नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है। इंडियन स्ट्रीट फूड के तौर पर आलू की टिक्की बहुत मशहूर है।
ऐसे में ग्वालियर में अगर आप आलू भल्ला (आलू की टिक्की) खाना चाहते हैं तो फूलबाग चौपाटी के पास लगने वाले आगरा चाट देशी घी भल्ला के स्टाल पर पहुंचकर स्वादिष्ट घी में बनी आलू की टिक्की का आनंद ले सकते हैं। स्टाल पर आलू भल्ला देशी घी से फ्राई करके तैयार किया जाता है। यहां तैयार आलू भल्ला (टिक्की) का स्वाद इतना स्वादिष्ट है कि इसको खाने के लिए स्टाल पर शौकीनों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिलती है। दूर-दूर से लोग आलू टिक्की चाट खाने के लिए पहुंचते हैं।
भल्ला में मिलता है आगरा के पुश्तैनी चाट व्यवसायी का स्वाद
आगरा के चाट व्यवसायी परिवार के हुकुम सिंह पाल(वंटी) बताते हैं,कि 50 वर्ष पूर्व राजा की मंडी,आगरा निवासी उनके दादा शिवसिंह बघेल ग्वालियर में व्यवसाय करने आये थे। यह उनका पुश्तैनी व्यवसाय है। इसके बाद पिता श्याम पाल ने इस चाट के व्यवसाय को आगे बढ़ाया। वह पहले फूलबाग पर फुटपाथ पर आलू भल्ले का स्टाल लगाते थे। इसके बाद अब स्वयं अपने पिता का व्यवसाय संभाल रहे हैं। फूलबाग चौपाटी के पास लगने वाले स्टाल पर देशी घी से बने आलू भल्ला का स्वाद लेने शाम के समय लोगों की भीड़ जुटती है। देशी घी से तैयार भल्ला और स्वादिष्ट छोले वह घर पर तैयार मसालों से ही बनाते हैं। यही कारण है कि उनके आलू भल्ले का स्वाद अन्य जगह से बहुत अलग और स्वादिष्ट होता है।
इस तरह तैयार करते हैं आलू भल्ला
- बंटी पाल बताते हैं कि आलू भल्ला तैयार करने के लिये सबसे पहले आलू को उबालते हैं। आलू उबलने के बाद उनका छिलका उतार कर किसकर बारीक किया जाता है। इसके बाद आलू में अरारोट और चने की दाल पावडर मिलाकर अच्छे से गूंथकर उसका मसाला तैयार किया जाता है। तैयार मसाले से गोल आकार की गेंद की तरह बनाकर उसे चपटा करके गर्म तवे पर देशी घी में लाल होने तक सेंका जाता है।कुछ देर बाद कुरकुरा स्वादिष्ट आलू भल्ला तैयार हो जाता है।
आलू भल्ले के लिये काबुली चनों को रात भर भिगोने के बाद उन्हें उबाला जाता है। इसमें छोले मसाला,सोंफ,कस्तूरी मैथी,काली मिर्च,लाल मिर्च पावडर मिलाकर मिश्रण तैयार करके उबले काबुली चने इस मिश्रण में मिला दिये जाते हैं। तैयार आलू भल्ला में चने का मिश्रण डालकर उसमें हरी मिर्च,टमाटर और प्याज के साथ गुढ़-शक्कर से बनी मीठी चटनी और धनिया,पोदीना,पालक की हरी चटनी डालकर दिया जाता है।