नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। हिंदू पंचांग का छठा महीना अश्विन चल रहा है, जो शरद ऋतु में आता है यानी इसमें हल्की सर्दी की शुरुआत हो जाती है। बीते दिनों आसमान में बादल छाए रहने और रिमझिम वर्षा के कारण वातावरण में ठंडक आ भी गई थी। लेकिन बादल छंटे तो सूरज पूरे दिन आसमान में चमक रहा है और तेज धूप से अश्विन मास में फिर गर्मी का अहसास होने लगा है।
हालांकि मौसम विभाग के अनुसार शहर में अभी पोस्ट मानसून की वर्षा होने की संभावना है। इसके बाद "गुलाबों" गुलाबी सर्दी की शुरुआत हो जाएगी। इस वर्ष सारे रिकार्ड ध्वस्त करने के बाद बुधवार को मानसून की विदाई हो गई। मौसम विभाग ने ग्वालियर के अलावा मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर जिलों से मानसून विदाई की अधिकृत घोषणा कर दी गई है। इसके चलते बुधवार को तेज धूप खिलने के कारण अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया। शहर में पिछले चार दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है।
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस की बढ़त के साथ 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से 1.1 डिसे अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़त के साथ 26.2 डिसे दर्ज किया गया। यह भी औसत से 3.3 डिसे अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के ऊपर चक्रवातीय घेरा बना हुआ है।
इसके प्रभाव से चार अक्टूबर को उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में इस मौसम प्रणाली का प्रभाव देखने को मिल सकता है। इस दौरान वर्षा की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि मौसम प्रणाली कितनी मजबूत रहेगी। यदि यह सिस्टम मजबूत होगा, तो चार से पांच अक्टूबर के बीच आसमान में फिर से बादलों की मौजूदगी रहेगी और इस दौरान हल्की वर्षा की भी संभावना है।