
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। मणप्पुरम गोल्ड लोन फायनेंस कंपनी की डबरा शाखा में गिरवी रखे ग्राहकों के 5.5 करोड़ के सोने के जेवर सहित सहायक प्रबंधक और उसके पिता को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया गया है। सहायक प्रबंधक ने आगरा से खरीदकर नकली जेवर आठ डिब्बों में तिजोरियों में रखकर बदल दिए थे।
एक ग्राहक द्वारा अपने जेवर वापस लेने के दौरान नकली जेवर मिलने की शिकायत के बाद कई ग्राहकों के जेवर बदले जाने का मामला सामने आया था। पुलिस ने आरोपितों से 25 पैकेट में 4.138 किग्रा वजनी अभूषणों के अलावा 67 हजार नकद भी जब्त किए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने बताया कि कपंनी के क्षेत्रीय प्रमुख दिव्यरंजन मोहंती ने सोमवार को डबरा सिटी में थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि लेखा परीक्षक जितेन्द्र ने 24 सितंबर को लेखा परीक्षण और निरीक्षण किया, जिसमें गिरवी रखे सोने के आभूषण कुल वजन 4318.7 ग्राम कीमत लगभग 5.5 करोड़ रुपये के तिजोरी में रखे नहीं मिले। जेवर 20 से 21 सितंबर के बीच चोरी हुए हैं।
पुलिस को मामले की पड़ताल में शाखा के सहायक प्रबंधक विकास कुमार की भूमिका संदिग्ध मिली। दतिया से विकास कुमार एवं राजस्थान के भरतपुर से उसके पिता महेशचंद्र को गिरफ्तार किया गया। दोनों की निशानदेही पर उनके कब्जे से पूरा सोना जब्त किया गया।
पूछताछ में विकास ने बताया कि उसने योजनाबद्ध तरीके से 4318.7 ग्राम वजन की वैसे ही दिखने वाली नकली ज्वैलरी बेंटेक्स की आगरा से खरीदकर आठ डिब्बों में रखकर, सुरक्षा मानक स्टीकर लगा दिये।
शाखा का इंटरनेट का तार काट दिया ताकि सीसीटीव्ही फुटेज में न आये और डिब्बों को तिजोरी में से असली डिब्बों को निकालकर उनकी जगह नकली जेवर के डिब्बे रख दिये थे। कुछ जेवर को बेच दिया था।