Broad gauge project: ग्वालियर (नप्र)। उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य विद्युत अभियंता अनूप कुमार अग्रवाल ने बुधवार को ग्वालियर-श्योपुर ब्राडगेज परियोजना के अंतर्गत सुमावली से जौरा रेल खंड प र नवीन विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान इस रेल खंड में 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से स्पेशल ट्रेन दौड़ाकर स्पीड ट्रायल भी किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्युत, कर्षण से जुड़े खंभों सहित सभी उपकरणों को संचालित करते हुए देखा। इससे पहले रेल संरक्षा आयुक्त भी इस रेल खंड का निरीक्षण कर चुके हैं।
गत अक्टूबर माह से इस रेल खंड में ग्वालियर से सुमावली तक मेमू ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। बुधवार को निरीक्षण के दौरान मुख्यालय से मुख्य विद्युत अभियंता निर्माण डीबी सिंह, उप मुख्य विद्युत अभियंता कुलदीप कुमार, मंडल से अपर मंडल रेल प्रबंधक विवेक मिश्रा, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता कर्षण मयंक शांडिल्य, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता परिचालन शिवम श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल परि चालन प्रबंधक सामान्य जे संजय कुमार आदि उपस्थित थे। एक मार्च को जीएम करेंगे स्टेशन का निरीक्षण: उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) रविंद्र गोयल आगामी एक मार्च को ग्वालियर स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे। वे ग्वालियर स्टेशन के साथ ही सिंथौली, रायरू और बिरला नगर स्टेशनों का भी निरीक्षण करेंगे। महाप्रबंधक के निरीक्षण को लेकर स्थानीय स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई हैं। मंडल स्तर से अधिकारियों ने स्थानीय प्रबंधन से व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के लिए कहा है।
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक पर बुधवार को टीटीई और मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति (डीआरयूसीसी) के सदस्य के बीच विवाद हो गया। टिकट चेकिंग से जुड़े कर्मचारियों ने जब डीआरयूसीसी सदस्य से टिकट मांगा, तो वह टिकट नहीं दिखा पाए। उन्होंने अपना परिचय दिया, तो स्टाफ ने पहचान-पत्र दिखाने के लिए कहा। सदस्य के पास यह पहचान-पत्र भी नहीं था। इसके बाद सदस्य ने चेकिंग स्टाफ में शामिल टीटीई का हाथ पकड़कर स्टेशन पर लगे बोर्ड पर अपना नाम दिखाया। इसके बाद सदस्य ने स्टेशन निदेशक को मामले से अवगत कराया। निदेशक ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। बुधवार को डीआरयूसीसी के सदस्य नीलकमल माहेश्वरी स्टेशन पर किसी को लेने पहुंचे थे। इसी बीच प्लेटफार्म पर टिकट चेकिंग स्टाफ ने उन्हें रोक लिया और टिकट दिखाने के लिए कहा। तो उन्होंने कहा कि वे डीआरयूसीसी सदस्य हैं। मामला बढ़ने पर डीआरयूसीसी सदस्य स्टेशन निदेशक एलआर सोलंकी के पास जा पहुंचे व जानकारी दी। इसके बाद सीटीआई व अन्य स्टाफ को बुलाकर मामले को शांत कराया।