नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। सीमा सुरक्षा बल की टेकनपुर स्थित अकादमी में फर्जीवाड़ा कर ज्वाइनिंग लेने पहुंचे आरोपित फर्जी अभ्यर्थियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने पूछताछ के लिए आठ दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन पुलिस को तीन दिन की रिमांड दी गई है।
बुधवार शाम को जब इन आरोपितों से पूछताछ की गई तो नई कहानी सामने आई। फर्जी अभ्यर्थियों ने बताया कि जिन दलालों ने बीएसएफ में बगैर परीक्षा के नौकरी दिलाने का सपना दिखाया था, उन्होंने सिर्फ नियुक्ति पत्र ही नहीं बल्कि दस्तावेजों की पूरी फाइल दी थी।
इस फाइल में साल्वर के नाम का नियुक्ति पत्र, 10वीं, 12वीं की मार्कशीट, मूल निवासी प्रमाण पत्र और आधार कार्ड सहित स्क्रीनिंग में मांगे जाने वाले सभी दस्तावेज थे। इन दस्तावेजों पर नाम साल्वर के ही थे। आधार कार्ड पर साल्वर के नाम थे, लेकिन फोटो फर्जी अभ्यर्थियों के थे।
इस तथ्य से यह तो स्पष्ट हो गया कि इन फर्जी अभ्यर्थियों के फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी आधार कार्ड तैयार किया गया। अंकसूची और मूल निवासी प्रमाण पत्र भी फर्जी होने की आशंका है। इसकी पड़ताल के लिए संबंधित राज्य के परीक्षा बोर्ड को पुलिस पत्र लिखेगी।
सभी आरोपितों के मोबाइल पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। इनकी जांच साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट से कराई जा रही है। इनकी काल डिटेल रिपोर्ट का अध्ययन पुलिस करेगी। दलालों के नंबर पुलिस को इनसे मिल गए हैं। कुछ नाम और पते भी पुलिस के पास हैं।
इनके आधार पर दलालों तक पहुंचने के लिए पुलिस अब पड़ताल कर रही है। जहां-जहां इनके संपर्क में दलाल आए, वहां पुलिस आरोपितों को लेकर जाएगी। कुछ अभ्यर्थियों ने सीधे दलाल का नाम न बताकर कुछ अन्य बिचौलियों के नाम बताए हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में बड़े स्तर का नेटवर्क खुल सकता है। पुलिस साल्वरों के नाम, पते के आधार पर उन तक पहुंचने के लिए प्रयास करेगी।
इसी तरह का फर्जीवाड़ा इंदौर बीएसएफ एसटीसी में भी पकड़ा गया। यहां भी फर्जी अभ्यर्थी दूसरे के नियुक्ति पत्र पर ज्वाइनिंग लेने पहुंचा। दस्तावेज परीक्षण और बायोमैट्रिक जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। बिलौआ थाना पुलिस इंदौर पुलिस से भी इस संबंध में जानकारी साझा करेगी।
दलाल और साल्वरों तक पहुंचने के लिए टीमें लगाई हैं। आरोपितों को तीन दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। इनके मोबाइल की जांच साइबर फोरेंसिक विशेषज्ञों से कराई जा रही है। - धर्मवीर सिंह, एसएसपी, ग्वालियर